ब्राजील ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के ट्रायल पर लगाई रोक, कंपनी ने रद्द किया है करार

भाषा,नई दिल्ली। ब्राजील ने भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन का नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) निलंबित कर दिया है। दक्षिण अमेरिकी देश के स्वास्थ्य नियामक ने बताया कि वहां उसके साझेदार के साथ कंपनी का समझौता समाप्त किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। भारत बायोटेक ने ब्राजीलियाई बाजार के लिए अपने कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को लेकर प्रेसिसा मेडिकामेन्टोस एंड एन्विक्सिया फार्मास्युटिकल्स एएल.सी के साथ हुए समझौता ज्ञापन को रद्द करने की शुक्रवार को घोषणा की थी।

प्रेसिसा मेडिकामेन्टोस ब्राजील में लाइसेंस, वितरण, बीमा और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में मदद एवं मार्गदर्शन देने के लिए भारत बायोटेक की साझेदार थी। ब्राजीलियाई नियामक ने कहा, ‘एन्विजा को भारत बायोटेक से ई-मेल के जरिए शुक्रवार को एक बयान मिला जिसमें यह सूचना दी गयी कि प्रेसिसा कंपनी ब्राजील में ‘भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकृत नहीं रही है।’

ब्राजील में कोवैक्सीन के विनिमय से संबंधित कंपनी की दो प्रक्रियाएं होती है। पहली आपात इस्तेमाल के लिए अधिकार प्राप्त करने की अर्जी और उस देश में नैदानिक अनुसंधान करने के लिए प्रोटोकॉल। उसने कहा कि भारत बायोटेक से मिली सूचना के आधार पर एन्विजा एजेंसी में चल रही प्रक्रियाओं का पुन: मूल्यांकन करेगी और संबंधित कदमों को अपनाएगी। ब्राजील में कोवैक्सीन का नैदानिक परीक्षण शुरू नहीं हुआ है।

भारत बायोटेक ने 26 फरवरी को कहा था कि उसने 2021 की दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराकों की आपूर्ति करने के लिए ब्राजीलियाई सरकार के साथ एक समझौता किया है। भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद ब्राजीलियाई सरकार ने कोवैक्सीन का ऑर्डर अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है। भारत बायोटेक ने अपनी ब्राजीलियाई साझेदारों के साथ समझौता समाप्त किए जाने की घोषणा करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत बायोटेक कोवैक्सीन के लिए नियामक संबंधी मंजूरी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए ब्राजीलियाई दवा नियामक संस्था एन्विजा के साथ काम करती रहेगी।

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