भारत के इन सबसे महंगे स्कूलों में कितनी लगती है फीस

प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चे के जन्म के साथ ही उसको सबसे अच्छी शिक्षा देने का सपना देखते हैं। जिससे बेटा या बेटी बड़े होकर उनका नाम रोशन करे। ज्यादातर सरकारी स्कूलों की पढ़ाई की बिगड़ी हालत देखकर गरीब माता-पिता भी अपने बच्चे को प्राइवेट में पढ़ाना चाहते हैं। जिस कारण उन्हें अपने बच्चे को पढ़ाने के लिए मोटी फीस देनी पड़ती है। पर आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे की भारत के कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जिनकी फीस दुनिया के महंगे स्कूलों में से एक है।

इनमें से कुछ स्कूल ऐसे हैं जिनकी फीस किसी आम आदमी की सैलरी से भी ज्यादा है। इन स्कूलों में भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के छात्र पढ़ने के लिए आया करते हैं। उनकी फीस देकर अपने बच्चे को यहां शिक्षा दिला पाना कई अमीरों का भी सपना होता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि भारत में ऐसे कौन से स्कूल हैं जो देश भर में सबसे महंगे हैं।

सिंधिया स्कूल, ग्वालियर

सिंधिया स्कूल ग्वालियर के महाराजा माधव राव सिंधिया द्वारा 1897 में बनवाया गया था। यह स्कूल ग्वालियर शहर में 110 एकड़ में फैला हुआ है। यह स्कूल सिर्फ लड़कों का बोर्डिंग स्कूल है, इस स्कूल के आसपास खूबसूरत पहाड़ देखने को मिलते हैं। जो इस स्कूल की लोकेशन को और खास बनाता है।

यहां 10 बच्चों के बीच में एक टीचर को अपॉइंट किया गया है। यह स्कूल 5 वी क्लास से लेकर 12 वी क्लास तक की पढ़ाई कराता है। इस स्कूल को संचालित करने वाले द सिंधिया एजुकेशन सोसायटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं।

शुरुआत में यह सिर्फ राजा महाराजाओं, बड़े राजनीतिज्ञ और बिजनेस मैन के बच्चों को पढ़ाने के लिए किया गया था पर अब यह एक पब्लिक स्कूल है। जहां कोई भी पढ़ने के लिए जा सकता है। इस स्कूल की फीस 13,00,000 लाख रुपए तक है।

इस स्कूल से भारत की बड़ी हस्तियां पढ़कर निकली हैं। जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी, सलमान खान, अरबाज खान, अनुराग कश्यप जैसे नामी-गिरामी लोग शामिल हैं।

मायो कॉलेज, अजमेर

सिंधिया स्कूल की तरह ही मेयो कॉलेज भी सिर्फ लड़कों के लिए खोला गया विद्यालय है। इसे 1875 में मेयो के 6 वें अर्ल रिचर्ड बोर के द्वारा बनवाया गया था। यह भारत के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। 387 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ यह स्कूल करीब 750 बच्चों को शिक्षा देता है। यहां भी 10 विद्यार्थियों में एक अध्यापक को रखा जाता है।

इस कॉलेज में हार्स राइडिंग, राइफल शूटिंग जैसे कई खेल शामिल हैं। यहां गोल्फ कोर्स, पोलो ग्राउंड, 50 घोड़ों के अस्तबल भी मौजूद हैं। 1986 में भारत सरकार ने एक डाक टिकट इस स्कूल के नाम पर जारी किया था, जिसमें इस स्कूल की फोटो बनी हुई थी

इस कॉलेज से कई महान हस्तियां पढ़कर निकली हैं। जिनमें जम्मू कश्मीर के आखिरी शासक महाराजा हरि सिंह बहादुर, लेखक इंद्र सिन्हा और टीनू आनंद शामिल हैं।

इस स्कूल की फीस भारतीय लोगों के लिए 6,50,000 और विदेशी लोगों के लिए 13,00,000 रुपए तक है।

वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी

यह स्कूल भारत के उत्तराखंड में स्थित मसूरी में स्थित है, जो कि धरती का स्वर्ग कहा जाता है। घने जंगलों के बीच पहाड़ों के ऊपर बना यह स्कूल बहुत खूबसूरत लगता है। इस स्कूल की स्थापना वर्ष 1854 में हुई थी। यह आजादी के पहले बना सबसे पुराना स्कूल है। इस स्कूल की फीस 16 लाख रुपए है, जो भारत के सभी महंगे स्कूलों में से सबसे ज्यादा है।

इकोल मोंडिएल वर्ल्ड स्कूल, मुंबई

यह स्कूल मुंबई के नामी-गिरामी स्कूलों में से एक है। इस स्कूल को 2004 में स्थापित किया गया। यहां शिक्षा जगत से जुड़ी हर सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस विद्यालय को आईबी (अंतर्राष्ट्रीय बैकलॉरिएट) बोर्ड के द्वारा मान्यता मिली है। इस स्कूल में बड़े और अमीर लोगों के बच्चे पढ़ते हैं। इस स्कूल की फीस 9,90,000 रुपए के आसपास है। जो किसी आम आदमी के लिए सपना ही हो सकता है। यह स्कूल करीब 250 एकड़ में बना हुआ है। इस स्कूल की ऐतिहासिक महत्ता बहुत ज्यादा है।

वेल्हम बॉयज स्कूल

देहरादून( देहरादून में घूमें ये जगाहें) में स्थित यह स्कूल भारत के सबसे फेमस विद्यालयों में से एक है। इस स्कूल की फीस 5,70,000 रुपए के आसपास है। यह विद्यालय अपने कठोर नियम-कानून के लिए भी जाना जाता है। इस विद्यालय में मशहूर राजनीतिज्ञ राजीव गांधी, मणिशंकर अय्यर, नवीन पटनायक, संजय गांधी, विक्रम सेठ जैसे बड़े प्रसिद्ध लोग पढ़े हुए हैं।

तो ये थे भारत के सबसे महंगे स्कूलों में से एक जहां पढ़ना आम लोगों के बजट के बाहर है। हमारा आज का यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें। साथ ही ऐसे तथ्यों को जानने के लिए जुड़े रहें दैनिक अग्निपथ से।

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