नहीं रही स्वर कोकिला लता मंगेशकर, 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

मुंबई। स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार सुबह निधन हो गया। मैं पिछले कुछ दिनों से मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल में भर्ती थी। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। जिसके चलते रविवार सुबह 8:15 पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

डॉक्टरों ने इससे पहले शनिवार को जानकारी दी थी कि लता मंगेशकर को स्वास्थ्य स्थिर होने के बाद वेंटिलेटर से आईसीयू शिफ्ट किया गया था लेकिन अचानक बीती रात उनकी सेहत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उन्हें फिर वेंटिलेटर पर रखा गया था। रविवार सुबह उन्होंने अस्पताल में ही आखिरी सांस ली।

बॉलीवुड ने जताया दुख

लता मंगेशकर के निधन के समाचार से बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर है। तमाम संगीतकारों ने उनके निधन को बड़ी क्षति बताया है। इससे पहले शनिवार की रोज लता की बहन आशा भोंसले ने अस्पताल पहुंचकर हाल जाना था। जब आशा अस्पताल से बाहर निकलीं थी तो उनके चेहरे पर मायूसी से अंदाजा लग गया था कि लता मंगेशकर की हालत ठीक नहीं है। उसके बाद रविवार यानि आज लता मंगेशकर के निधन की पुष्टि हुई।

भारत रत्न थीं लता मंगेशकर

28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं। उनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फिल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है। लता की जादुई आवाज के भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं। लता मंगेशकर को भारत सरकार ने ‘भारतरत्न’ से सम्मानित किया था।

पीएम ने दी श्रद्धांजलि

पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।”

8 जनवरी को किया था अस्पताल में भर्ती

बता दें, भारत रत्न दिग्गज गायिका को 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शुरुआत में कोरोना के हल्के लक्षण देखे गये थे, मगर उम्र और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए उन्हें आईसीयू में ही रखा गया था। चिकित्सकों को पूरा यकीन था कि लता जी ठीक हो जाएंगी, मगर उम्र के मद्देनजर उन्हें चिकित्सकों की निरंतर निगरानी में रखा गया था।

कोरोना से थीं संक्रमित

ब्रीच कैंडी अस्पताल से चिकित्सक प्रतीत समदानी लता मंगेशकर का इलाज कर रहे थे। 16 जनवरी को डॉ. प्रतीत ने बताया था कि लता मंगेशकर को देखभाल की जरूरत है, इसलिए वो कुछ और दिनों तक आईसीयू में डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगी। उनकी हालत पहले जैसी है और किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है। लता मंगेशकर कोरोना संक्रमण के साथ निमोनिया से भी पीड़ित थीं।

बीच में हुआ था तबीयत में सुधार

बीच लता जी के स्वास्थ्य को लेकर मीडिया में अफवाहों को देखते हुए 22 जनवरी को उनके ट्विटर हैंडल से परिवार ने एक स्टेटमेंट भी जारी किया था, जिसमें किसी तरह के अनुमान ना लगाने की अपील लोगों से की गयी थी। 25 जनवरी को दिये गये हेल्थ अपडेट के अनुसार लता मंगेशकर के स्वास्थ्य में मामूली सुधार हुआ था।

29 दिनों से थीं बीमार

27 जनवरी को परिवार की ओर से ट्विटर पर साझा किये अपडेट में बताया गया था कि लता दीदी आईसीयू में हैं। उन्हें वेंटिलेटर से हटाने का ट्रायल दिया गया है। 29 जनवरी को डॉ. समदानी ने जानकारी थी कि लता जी की तबीयत में हल्का-सा सुधार हो रहा है और उन्हें वेंटिलेटर के हटाया गया था, मगर आईसीयू में ही चिकित्सकों की निगरानी में थीं। बता दें, इससे पहले लता मंगेशकर को सितंबर 2019 में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जब उन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हुई थी। उस समय उन्हें वायरल चेस्ट इन्फेक्शन से पीड़ित थीं।

6.30 बजे होगा अंतिम संस्कार

लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को लगभग 12:30 बजे उनके आवास पर ले जाया जाएगा। पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार आज शाम 6.30 बजे शिवाजी पार्क में किया जाएगा।

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