रुनीजा (बडऩगर), अग्निपथ। कहते हैं कि टीम भावना, कुशल नेतृत्व ,और मजबूत मुखबिर तंत्र हो तो पुलिस बड़े से बड़े अपराध का खुलासा कर सकती है। कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है। बिलपांक पुलिस थाने के थाना प्रभारी दीपक शेजवार और उनकी टीम ने मात्र आठ दिवस में लूट के आरोपियों को गिरफ्तार कर माल भी जप्त कर लिया है।
घटना इस प्रकार बताई जाती है कारोदा निवासी मुकेश पिता नंदराम धाकड़ अपनी पत्नी को बड़ोदरा से इलाज करा कर रतलाम से 7 जुलाई की रात में मोटरसाइकिल से घर आ रहा था। रास्ते मे रुनीजा और रत्तागढ़ खेड़ा के बीच में मुकेश की मोटरसाइकिल पर अज्ञात बदमाशों ने पत्थर मारे और जिससे घबराकर मुकेश रुक गया उसी समय चार व्यति मुंह मुंह पर कपड़ा बांधकर मुकेश और उसकी पत्नी के पास आए और डरा धमका कर 10000 रू नगद पत्नी का आधार कार्ड, मोबाइल, तथा चांदी की पायजेब, सोने का मंगलसूत्र लूट कर भाग गए ।
मुकेश की रिपोर्ट पर बिलपांक पुलिस ने अपराध क्र 389 /22 धारा 392 506 34 में मुकदमा दर्ज कर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाटीदार एवं पुलिसअनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण संदीप कुमार निगवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दीपक शेजवार और उनकी टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी कालू उर्फ कमलेश पिता जगदीश मकवाना उम्र 23 साल निवासी घोड़ा घाट, अरुण पिता मान सिंह गिरवाल 19 साल निवासी सातरुंडा, अनिल उर्फ उसैन पिता सुरेश मकवाना 19 साल लो चितारा, नारायण पिता कैलाश भूरिया 20 निवासी ढिकवा, कालू पिता मानसिंग मकवाना 25 साल घोड़ा घाट तथा एक नाबालिक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबुल कर किया।
सभी आरोपियों से मुकेश से लुटे गए 8000 रु नगद , फरियादी का मोबाइल, वोटर आई डी,पत्नी का आधार कार्ड, चांदी की पजयजेब, सोने का मंगल सूत्र, घटना प्रयुक्त मोटर सायकिल, आरोपियों के दो मोबाइल, तथा एक चाकू लगभग 50 हजार का माल बरामद किया गया।