प्रभारी अधिकारी वेतन बढ़ाने में सक्रिय एक बार किया जा चुका प्रयास

महाकालेश्वर मंदिर एक्ट में इस पद का सृजन नहीं, अन्य कर्मचारियों में आक्रोश

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में नये सृजित किए गए प्रभारी अधिकारी के पदधारी कर्मचारी अब अपना वेतन बढ़वाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। एक बार कलेक्टर इससे संबंधित फाइल वापस लौटा चुके हैं। लेकिन प्रयास किए जा रहे हैं कि प्रभारी अधिकारी के पद के अनुसार उनको वेतन मिल सके। हाल ही में एक प्रभारी अधिकारी का वेतन बढ़ाया गया है। इसी को आधार बनाते हुए वेतन बढ़वाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

वैदिक शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी पीयूष त्रिपाठी प्रभारी अधिकारी पद का दायित्व भी संभाल रहे हैं। हाल ही में उनकी वेतन वृद्धि भी की गई है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए हाल ही में मंदिर प्रशासन द्वारा सृजित किए गए इस पद का दायित्व संभालने वाले कर्मचारी अब वेतनमान बढ़वाने के प्रयास में जुट गए हैं।

प्रभारी अधिकारी के नामों की फाइल को कलेक्टर के पास भी भेजा गया था। लेकिन उन्होंने इसको वापस कर दिया था। प्रभारी अधिकारी पीयूष त्रिपाठी की हाल ही में 3-4 अगस्त को वेतनवृद्धि हुई है। जोकि उनके पूर्व वेतनमान के ठीक डबल है। इसी को देखते हुए इस तरह के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। जिसकी जानकारी मंदिर के अन्य कर्मचारियों को भी हो गई है। ऐसे में अब मुख्यमंत्री तक शिकायत करने की तैयारी की जा रही है।

कमिश्नर-कलेक्टर से नहीं ली अनुमति

महाकालेश्वर मंदिर का वेतन संबंधी मुख्य दायित्व कमिश्नर के हाथों में होता है। लेकिन अभी तक इन पदों का सृजित तो कर लिया गया है। लेकिन इसकी अनुमति न तो कमिश्नर और न ही कलेक्टर से ली गई है। वहीं मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में इन पदों को सृजित करने के दौरान अनुमति ली जाना थी। वह भी नहीं ली गई है।

मुख्यमंत्री तक हो गई थी शिकायत

पूर्व में मंदिर के प्रभारियों ने अपना वेतन बढ़वाने के प्रयास किए थे। जिसकी जानकारी मंदिर के अन्य कर्मचारियों को हो गई थी। ऐसे में कर्मचारियों ने लामबंद होकर मुख्यमंत्री, कलेक्टर, कमिश्नर तक पत्र प्रेषित कर शिकायत की थी। इसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। ऐसा ही अब इस मामले में चल रहा है।

मंदिर के कर्मचारियों को इस बात की जानकारी हो गई है कि बाले बाले प्रभारी अधिकारी अपना वेतन बढ़वाने के लिए लगे हुए हैं। लिहाजा अब लामबंदी होने लगी है।

नेता, मीडिया को भी भस्मारती अनुमति महाकालेश्वर मंदिर की ओर से जारी होगी

श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब जिला प्रोटोकाल कार्यालय की ओर से की जाने वाली भस्मारती दर्शन की अनुमति मंदिर प्रशासन द्वारा की जाना शुरू कर दी गई है। गुरुवार से इसका श्रीगणेश कर दिया गया है। कलेक्टर ने एक आदेश निकाल कर मंदिर प्रशासन को शीघ्र भस्मारती अनुमति अपने हाथों में लेने को कहा था। 13 अगस्त को कलेक्टर की ओर से आदेश जारी हुआ था।

15 अगस्त को मंदिर प्रशासक की ओर से विधिवत आदेश जारी कर भस्मारती करने की जवाबदारी सहायक प्रशासक और नोडल अधिकारी मूलचंद जूनवाल और आईटी सेल प्रभारी राजकुमार को सौंपी गई थी। तीन दिन साफ्टवेयर की आईडी और पासवर्ड आदान प्रदान करने में लग गया। गुरुवार से भस्मारती बनाई जाना शुरू कर दी गई थी। भस्मारती दर्शन अनुमति बनाने के लिए कम्प्यूटर आपरेटर लोकेश कुहीकर और मुकेश पिठोरिया को लगाया गया है। केवल वीवीआईपी और स्टेट गेस्ट की भस्मारती जिला प्रोटोकाल कार्यालय से बनाई जाएगी।

Next Post

बोलेरो से हो रहा था अवैध शराब परिवहन, पुलिस ने तीन को पकड़ा

Thu Aug 18 , 2022
उज्जैन, अग्निपथ। आधी रात को बोलेरो से अवैध शराब का परिवहन होने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी की और बोलेरो को जब्त उसमें सवार तीन युवको को हिरासत में ले लिया। 15 हजार से अधिक की अवैध शराब बरामद की गई है। भैरवगढ़ थाना पुलिस ने बताया कि […]