ऐसी तैयारी: महाकाल लोक में महीनों से प्लांट बेरिकेड्स लगने की प्रतीक्षा में पड़े

पौधों को पैरों से रौंद रहे दर्शनार्थी, प्रतिमाओं की धूल भी नहीं झाड़ी

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आगामी दिनों में महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाना है। पूरे 11 दिवस महाकाल के आंगन में उत्साह चरम पर होगा। लेकिन महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां केवल महाकालेश्वर मंदिर में ही दिख रही हैं। महाकाल लोक में इसको लेकर किसी भी तरह की तैयारी का क्रम नहीं दिख रहा है। यहां के पौधों को सेफ्टी के लिये लगाने को रखे गये प्लांट बेरिकेड्स कई सप्ताह से अपने लगने की प्रतिक्षा में यहीं पर पड़े हुए हैं। वहीं तैयारियों के क्रम में यहां की विशाल प्रतिमाओं की धूल भी अभी तक साफ नहीं हो पाई है।

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगामी 10 फरवरी से महाशिवरात्रि पर्व का उल्लास भगवान महाकाल के आंगन में गूंजेगा। महाशिवनवरात्रि की शुरुआत हो जाने से पूरे 12 दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन भगवान के दरबार में लगा रहेगा। इसको लेकर महाकालेश्वर मंदिर में तो मंदिर प्रशासन ने पर्व को लेकर तैयारियां शुरु कर दी हैं, लेकिन महाकाल लोक में इसको लेकर कोई तैयारियां दिखाई नहीं दे रही हैं। प्रतिदिन की ही तरह जो भी साफ सफाई हो रही है। बस वही हो रही है। कुछ भी नया नहीं हो रहा है। तैयारियों के क्रम में केवल यहां पर श्रद्धालुओं की कतार चलाने के लिये बेरिकेड्स का लंबा रास्ता बना दिया गया है। जोकि जिगजैग जैसा काम करेगा। श्रद्धालुओं को यहीं से भगवान महाकाल के दर्शन के लिये प्रवेश दिया जायेगा।

पौधों को रौंद रहे, बेरिकेड्स ऐसे ही पड़े

महाशिवरात्रि पर्व नजदी है और यहां पर मानसरोवर के सामने पौधों की जो कतार लगाकर रखी है। उसके समानांतर आकर्षक बेरिकेड्स लगाये तो गये हैं। लेकिन वो कई जगह से खुले हुए हैं। यहां से दर्शनार्थी मानसरोवर के सामने की सडक़ पर पौधों को उलांघ कर निकल रहे हैं। ऐसे में कई जगह से पौधे पूरी तरह से गायब हो गये हैं। खुली हुई जगह पर कास्ट आयरन के आकर्षक बेरिकेड्स उन जगहों के सामने तो पटक दिये गये हैं। जिनको महीन भर हो गया है। लेकिन इनको अभी तक लगाया नहीं गया है। ऐसे में आगामी दिनों में भगवान महाकाल के दर्शन के लिये जब बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आयेंगे तब यह बेरिकेड्स चलने में परेशानी पैदा करेंगे।

प्रतिमाओं पर धूल की मोटी परत

दैनिक अग्निपथ ने अपने पूर्व के अंक में महाकाल लोक में स्थापित विशाल प्रतिमाओं पर जमी धूल को साफ करने को लेकर समाचार प्रकाशित किया था। लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। ज्ञात रहे कि प्रधानमंत्री को महाकाल लोक का उदघाटन किये चार माह से अधिक का समय हो गया है। तब से लेकर आज तक इन प्रतिमाओं के बेस की तो प्रतिदिन साफ सफाई हो रही है। लेकिन प्रतिमाएं विशाल होने के कारण इन पर जमी धूल साफ नहीं हो रही है।

ऐसे में धूल की मोटी परत अब रात्रि के समय लाइटिंग में दिखाई देने लगी है। महाकाल लोक में बड़ी बड़ी प्रतिमाओं को स्थापित कर दिया गया है। लेकिन इनका मेंटेनेंस कैसे करना है, इसके बार में संभवत: अभी तक विचार नहीं किया गया है। अब महाशिवरात्रि पर्व की शुरुआत को केवल एक सप्ताह बाकी बचा है।

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