उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर समिति द्वारा दर्शन हेतु आम श्रद्धालुओं से अलग-अलग शुल्क लेकर दर्शन कराए जा रहे हैं, जिसका आमजन में काफी आक्रोश है। इस संबंध में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष भरत पोरवाल ने संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपकर आपत्ति दर्ज कराई थी, संभागायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर को कार्यवाही के आदेश दिए है।
महाकाल मंदिर पूरे विश्व में विख्यात होकर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है, पूरे विश्व से लोग बड़ी संख्या में भगवान के दर्शन के लिए उज्जैन आ रहे हैं। लोगों की आस्था का फायदा उठाकर भाजपा सरकार के इशारे पर स्थानीय प्रशासन ने भगवान के दर्शन के लिए लोगों को अमीर गरीब में बांट दिया। अलग-अलग शुल्क लेकर अमीरों को तो भगवान के दर्शन कराए जा रहे हैं और गरीबों को भीड़ में दूर से ही चलता कर रहे हैं। इस आड़ में दलाल भी काफी सक्रिय होकर दर्शन के नाम पर आमजन से लूट खसोट कर रहे है।
इस गोरखधंधे के खिलाफ आवाज उठाते हुए जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष भरत पोरवाल ने विगत दिनों संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपकर मांग की थी कि महाकाल मंदिर में अमीर गरीब को बांटना बंद करें और दर्शनार्थियों से अलग-अलग शुल्क लेकर दर्शन कराने का धंधा भी तत्काल बंद किया जावे साथ ही उज्जैन वासियों के लिए अलग से गेट चालू कर निशुल्क दर्शन कराने की व्यवस्था चालू की जावे इस पूरे मामले को संभागायुक्त संदीप यादव ने गंभीरता से लेते हुए ज्ञापन का स्वयं अनुमोदन किया और महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्यवाही हेतु आदेशित किया।
पोरवाल ने बताया कि आम श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था में समिति द्वारा यह गोरखधंधा बंद नहीं किया गया तो आमजन के साथ भगवान महाकाल के निशुल्क दर्शन कराए जाएंगे।