महाकाल प्रांगण के मंदिरों में सिर्फ अनुमति प्राप्त पुजारी-पुरोहित बैठ सकेंगे

महाकालेश्वर मंदिर shikhar

मंदिर समिति द्वारा जारी कार्ड गले में लटकाना जरूरी, चैकिंग के दौरान एसडीएम को मंदिरों में तिलक लगाते मिले अनाधिकृत

उज्जैन, अग्निपथ।  श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण के अंदर स्थित मंदिरों में अब वे ही पंडे-पुजारी और पुरोहित बैठ सकेंगे, जिन्हें महाकालेेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने अनुमति दी है। प्रांगण में स्थित मंदिरों पर अन्य लोग तिलक लगाने या अन्य कार्य के लिए नहीं रहेंगे। मंंगलवार को मंदिर समिति ने इस बाबत सभी पंडे-पुजारी-पुरोहित व उनके प्रतिनिधियों को बता दिया है।

सोमवार शाम को मंदिर समिति की उप प्रशासक और एसडीएम कृतिका भीमावत, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रभारी अनुराग चौबे ने निरीक्षण किया था। इस दौरान इन्हें मंदिर प्रांगण में स्थित अन्य मंदिरों में पंडे-पुजारी के वेश में कई लोग बैठे और घूमते नजर आये। इनमें से कोई मंदिर में बैठकर दर्शनार्थियों को तिलक लगाकर दक्षिणा वसूल रहा था तो कोई मंदिर में पुजारियों का सहयोग कर रहा था तो कोई अभिषेक-पूजन के लिए दर्शनार्थियों को समझा रहा था। यह सब देखकर एसडीएम ने तुरंत सख्ती बरतने के निर्देश दिये और ऐसे लोगों को मंदिर प्रांगण से बाहर करने का कहा।

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के मुताबिक महाकाल के सभी अधिकृत पुजारी और पुरोहितों को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा उन्हें मौखिक रूप से भी अनाधिकृत प्रतिनिधि और उनके एवजी को मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित किये जाने के बारे में बताया गया।

श्रद्धालुओं से ठगी न हो, इसलिए सख्त हुआ मंदिर प्रशासन

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अधिकारी अब श्रद्धालुओं के साथ किसी तरह की ठगी की वारदात न हो, इसलिए मंदिर में पंडित की वेशभूषा में घूमने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों पर नजर गड़ाए हुए हैं। कारण है कि मंदिर परिसर में स्थित करीब 45 छोटे – बड़े मंदिरों में बैठने वाले पुजारी के आइडेंटिटी कार्ड मंदिर समिति द्वारा बनाकर दिए गए हैं।

कार्ड होने के बाद भी अधिकांश पंडित या प्रतिनिधि गले में कार्ड नहीं पहनते हैं। इस कारण बाहरी व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाती है। ऐसे में बाहरी व्यक्ति पंडित की वेशभूषा में श्रद्धालुओं से फायदा उठाते हैं। मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने पहले निरीक्षण में अधिकृत सूची के अनुसार कार्ड गले में पहनकर रखने की हिदायत दी है।

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