तापी कंपनी के खिलाफ ठेकेदार व कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, एक साल से भुगतान नहीं करने का आरोप

उज्जैन,अग्निपथ। शहर में पेयजल पाइप लाइन डालने वाली तापी कंपनी के खिलाफ गुरुवार को एक दर्जन कर्मचारी व पेटी कांट्रेक्टर थाने और नगर निगम पहुंचे। आरोप लगाया कि कंपनी ने एक साल से भुगतान नहीं किया है। करीब 80 लाख रुपए बाकी होने पर कंपनी बात तक करने को तैयार नहीं है।

जेएनएनयूआरएम (जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण मिशन) के तहत पुणे (महाराष्ट्र) की तापी कंपनी शहर में पेयजल पाइप लाइन डाल रही है। कंपनी ने गोपाल पाल, अंकुर गोस्वामी, करण दायमा, राजूलाल गोमे, आनंद दायमा, राहुल मीणा को पाइप लाइन का काम पेटी कांट्रेक्ट पर दे रखा है। वहीं तरुण श्रीवास्तव, बीपी राय, अफजल शेख, केबी गौड़, लेकेश्वर शिंदे, स्वप्निल जोशी कर्मचारी हैं। सभी गुरुवार को एकजुट होकर नगर निगम पहुंचे और कंपनी के खिलाफ शिकायत की। आरोप लगाया कि कंपनी पर उनका करीब 80 लाख रुपए बकाया है। एक साल से भुगतान नहीं होने पर वह लगातार कंपनी से संपर्क कर रहे हैं, बावजूद जवाब नहीं मिल रहा है। शिकायतकर्ताओं ने पंवासा थाने में भी कंपनी के खिलाफ शिकायत की है। याद रहे तापी कंपनी के खिलाफ समय पर काम नहीं करने के साथ अन्य आरोप भी लगते आए हैं।

ऑफिस से नहीं मिली सहायता

कंपनी का मक्सीरोड औद्योगिक क्षेत्र में ऑफिस है और यहां मैनेजर तरुण पिता मोहनलाल श्रीवास्तव पदस्थ हैं। शिकायतकर्ताओं के अनुसार कंपनी या स्थानीय ऑफिस ने कोरोना काल तक में कोई आर्थिक सहायता नहीं की। शिकायत पर पुलिस ने मामला अधिकार क्षेत्र से बाहर को होने का हवाला देकर कर्मचारियों को श्रम विभाग और कांट्रेक्टर को कोर्ट जाने की सलाह दी है।

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