उज्जैन-चित्तौड़ ट्रेन का बडऩगर में स्टॉपेज शुरू

रेल उपभोक्ता संघ ने किया स्वागत, उज्जैन के लिए पहली सीधी ट्रेन की सुविधा मिली

बडऩगर, अग्निपथ। बहुप्रतिक्षित उज्जैन चित्तौड़ ट्रेन नंबर 9331 दिन के 11:40 बजे उज्जैन से चलकर सीधे बडऩगर रेलवे स्टेशन पर जैसे ही ठहरी तो स्टेशन पर उपस्थित सैकड़ों रेल उपभोक्ताओं की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। रेल उपभोक्ता संघ ने ढोल ढमाकों के साथ गर्मजोशी से ट्रेन की अगवानी की।

रेल उपभोक्ता संघ के सदस्यों ने ट्रेन के ड्राइवर संजयकुमार मीणा, मोहनसिंह को तिलक लगाया, साफा बांधकर मिठाई खिलाई और नारियल देकर स्वागत किया। उज्जैन के लिए वर्षों बाद मिली पहली बहुप्रतीक्षित ट्रेन की सौगात मिलने पर रेल उपभोक्ता संघ बडऩगर के राजकुमार जैन, दिलीप पंचाक्षरी, डॉ. डीके विश्वास, हरिकिशन मेलवानी, अतुल लाठी, ललितसुरेश सोनी, उषा पंड्या आदि ने अतिथियों का पुष्प माला से स्वागत किया।

ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते रतलाम रेल मंडल प्रबंधक रजनीश कुमार व अन्य अतिथि।

कार्यक्रम के अतिथि उज्जैन-आलोट सांसद अनिल फिरोजिया, राज्य सभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ, विधायक जितेंद्र सिंह पंड्या, रतलाम रेल मंडल प्रबंधक रजनीश कुमार आदि ने उज्जैन-चित्तौड़ ट्रेन को बडऩगर रेलवे स्टेशन पर झंडी दिखाने कर स्टापेज के बाद ट्रेन को अगले गंतव्य की ओर रवाना किया।

इस दौरान पूर्व विधायक शांतिलाल धबाई, मुकेश पण्डया, नपा अध्यक्ष अभय टोंग्या, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अंतरसिंह देवड़ा, नगर भाजपा अध्यक्ष श्याम शर्मा, वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक हीना केवलरामानी आदि भी उपस्थित थे। ट्रेन आने के पूर्व रेल उपभोक्ता संघ बडऩगर ने मंचासीन अतिथियों का सम्मान किया तथा 15 बिंदुओं वाला रेल सुविधा संबंधी मांग पत्र दिया।

कम किराये में होगा उज्जैन और रतलाम का सफर

इस ट्रेन के बडऩगर में स्टापेज होने से क्षेत्र के रहवासी उज्जैन और रतलाम की मंहगी सडक़ यात्रा से निजात पाएंगे। पहले जो यात्रा 70 रूपए में होती थी उसके लिए अब मात्र 15 व 20 रुपए में कर सकेगा। यह ट्रेन दिन के 11:05 बजे चित्तौड़ और रात 8:50 बजे उज्जैन के लिए बडऩगर से प्रस्थान करेगी।

ऐसी मिली सौगात

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2021 को नवनिर्मित उज्जैन-फतेहाबाद ब्रॉड गेज रेलवे ट्रैक का भोपाल से वर्चुअल लोकार्पण किया था। तब से क्षेत्र के रेल उपभोक्ताओं द्वारा कयास लगाए जा रहे थे की अब शीघ्र ही उज्जैन से फतेहाबाद के रास्ते रतलाम की ओर जाने वाली ट्रेन सुविधा मिलेगी। जिसके लिए रेल प्रशासन भी उज्जैन-चित्तौड़ ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेज चुका था परंतु प्रस्ताव अटका पड़ा रहा।

काफी जद्दोजहद के बाद 12 मार्च 2024 लोकसभा चुनाव आचार संहिता के पूर्व उज्जैन-चित्तौड़ ट्रेन वाया फतेहाबाद चलाने की रेलवे को स्वीकृति भी मिली लेकिन रेलवे ने ट्रेन को बडऩगर में ठहराव के योग्य नहीं समझा। जिसके लिए रेल उपभोक्ता संघ ने फिर से संघर्ष किया। रेल प्रशासन, बडऩगर विधायक, उज्जैन सांसद आदि से संपर्क स्थापित कर आदेश की त्रुटियों को ठीक करवाने के बाद 11 जुलाई को उक्त ट्रेन का बडऩगर में ठहराव हो गया।

सांसद फिरोजिया को वादा याद दिलाया

रुनीजा (बडऩगर), अग्निपथ। सांसद जी आपने वादा किया था कि इस बार भारी बहुमत से जीतूंगा तो आपके रुनीजा को ट्रेनों की सुविधा अवश्य दिलाऊंगा। हम लोगों ने रात-दिन मेहनत कर आपको अच्छे बहुमत से विजय बनाया है, अब आपकी बारी है कि आप रुनीजा को उक्त ट्रेन की सौगात देकर क्षेत्र के नागरिको को इसका लाभ दिलाएं।

यह बात रूनीजा क्षेत्र के रेल उपभोक्ताओं व जनप्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बडऩगर रेलवे स्टेशन पर सांसद अनिल फिरोजिया को ट्रेन क्रमांक 14801 अप तथा 14802 डाउन इंदौर जोधपुर तथा जोधपुर इंदौर ट्रेन का रुनिजा में स्टॉपेज देने की मांग का ज्ञापन सौंपते हुए कही। उज्जैन-चितौड़ ट्रेन के बडऩगर में स्टॉपेज के कार्यक्रम में पहुंचे सांसद के अलावा इस दौरान उपस्थित विधायक जितेंद्रसिंह पण्ड्या, डीआरएम रजनीश कुमार को भी ज्ञापन की प्रतिलिपि सौंपी गई।

प्रतिनिधि मंडल में जिलापंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अंतरसिंह देवड़ा, खरसोद कला मंडल अध्यक्ष विजयराजसिंह राठौड़, मंडल मंत्री राजेश मिश्रा, जनपद प्रतिनिधि गोविंद धाकड़, गजनीखेड़ी सरपंच प्रतिनिधि कौटिल्यसिंह राठौर, प्रह्लाद परवाल, नीलेश राठी, मुकन्द सिह सोलंकी ,एडवोकेट द्वय लोकेन्द्र सिह परिहार, अभिनव परवाल, दशरथ पण्ड्या, भरत पाटीदार आदि शामिल थे।

Next Post

ऊंचे बेरिकेड्स-नीची पालकी यथावत , सुलभ दर्शन के लिए एलईडी लगे वाहन सवारी में जुड़े

Thu Jul 11 , 2024
सावन में महाकाले मंदिर में दर्शन व सवारी की व्यवस्था प्रबंध समिति की बैठक में तय उज्जैन, अग्निपथ। जैसा की चर्चाएं चल रही थी कि सुलभ दर्शन के लिए भगवान महाकाल की पालकी की ऊंचाई बढ़ेगी या फिर आदमकद बेरिकेड्स छोटे होंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा। भगवान महाकाल की […]