राष्ट्रपति ने श्री महाकाल के दर्शन किये, नन्दी मण्डप में ध्यान लगाया

राष्ट्रपति ने श्री महाकाल के दर्शन किये

फूलों से सजा था पूरा महाकाल मंदिर परिसर, मंत्रोच्चार से हुआ स्वागत, महाकाल लोक की मूर्तियों को सराहा

उज्जैन, अग्निपथ। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज अपने उज्जैन प्रवास के दौरान गुरुवार को बाबा श्री महाकालेश्वर के दर्शन किये। उन्होंने बाबा महाकाल का जल एवं पंचामृत से अभिषेक कर विधिवत पूजन, अर्चन एवं आरती की।

उन्होंने देश एवं प्रदेश की उन्नति, जनता के कल्याण और विश्व-शान्ति के लिये बाबा महाकाल से प्रार्थना की। श्रीमती मुर्मु ने नन्दी हॉल में बाबा महाकालेश्वर का ध्यान भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव उपस्थित थे। पूजन के पश्चात राष्ट्रपति का मुख्यमंत्री डॉ.यादव द्वारा श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से अंगवस्त्र, प्रसाद एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। पूजन पं.आकाश पुजारी द्वारा करवाया गया। सहायक पुजारी श्री शैलेंद्र शर्मा, श्री राम पुजारी, श्री अभिषेक शर्मा, श्री अजय पुजारी भी उपस्थित थे।

महाकाल परिसर में स्वच्छता के लिये किया श्रमदान

राष्ट्रपति ने बाबा महाकालेश्वर के दर्शन करने के उपरान्त मन्दिर परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़े के अन्तर्गत स्वच्छता के लिये श्रमदान किया। उन्होंने मन्दिर परिसर में कोटितीर्थ के समीप झाड़ू लगाया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव भी स्वच्छता के लिये श्रमदान में शामिल हुए। कोटितीर्थ से राष्ट्रपति मुर्मु ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर के शिखर दर्शन भी किये।

श्री महाकाल महालोक का भ्रमण किया, लोक कलाकारों ने किया स्वागत

राष्ट्रपति ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के उपरान्त श्री महाकाल महालोक का भ्रमण किया और वहां स्थापित विभिन्न प्रतिमाओं को देखा। उन्होंने श्री महाकाल महालोक के निर्माण और वहां स्थापित शिल्प की प्रशंसा की। उन्होंने ई-कार्ट में बैठकर श्री महाकाल महालोक देखा।

महाकाल महालोक भ्रमण के दौरान नीलकंठ महादेव की प्रतिमा के समीप 45 सदस्यीय लोक कलाकारों ने डमरू वादन कर राष्ट्रपति का स्वागत किया। शिव बारात प्रतिमा के पास 20 सदस्यीय लोक कलाकारों के दल ने काठी नृत्य, कालभैरव प्रतिमा के समीप भगोरिया नृत्य और दुर्लभ दर्शन केन्द्र के पास गणगौर नृत्य प्रस्तुत कर राष्ट्रपति का अभिनन्दन किया। राष्ट्रपति ने कलाकारों का अभिवादन किया।

राष्ट्रपति के आगमन एवं प्रस्थान पर बटुकों के दल ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ स्वागत किया। नन्दी गेट पर प्रदेश के राज्यपाल श्री पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव, महंत श्री विनीत गिरि, जिला पंचायत अध्यक्ष कमला कुंवर देवड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।

फूलों से बनाई गई सामग्री को देख कर प्रशंसा की

राष्ट्रपति श्रीमती ने उज्जैन जिले के ग्राम डेंडिया में आयोजित स्वच्छता ही सेवा-2024 कार्यक्रम में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राष्ट्रपति द्वारा अनुपयोगी कपड़ों से नवजात बच्चों के लिए बनाई गई दुलार किट, नारियल के अपशिष्ट और गोबर से बनाये गये उत्पाद, सूखे कचरे का निपटान कर बनाये गये बहुउपयोगी उत्पाद और श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकालेश्वर को अर्पित किए गये फूलों और निर्माल्य से बने उत्पाद, अगरबत्ती एवं अन्य उत्पाद बनाने की मशीन, निर्माल्य प्रसंस्करण, सफाई मित्रों के लिए सुरक्षा उपकरण एवं संसाधन व शून्य अपशिष्ट आयोजन के स्टॉल का अवलोकन किया गया।

राष्ट्रपति द्वारा भगवान महाकालेश्वर को अर्पित किए गये फूलों से अगरबत्ती बनाने वाली मशीन का अवलोकन किया गया। स्टॉल पर मौजूद शकुंतला मालवीय, शांतिबाई चौधरी और कविता परमार द्वारा बताया गया कि भगवान को चढ़ाये गये फूलों से अगरबत्ती निर्माण कर पुन: उनका उपयोग रिसाईकल कर किया जाता है। इस पर राष्ट्रपति द्वारा प्रशंसा की गई। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने जानकारी दी कि अपशिष्ट फूलों से अगरबत्ती आदि उत्पाद बनाने का कार्य नगर के अन्य प्रमुख मंदिरों में भी शीघ्र ही प्रारम्भ होगा।

शिल्पकारों से चर्चा की, मूर्तियां देखी, 1-1 लाख भी दिये, भावुक हो गये मूर्तिकार

महाकाल

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने श्री महाकाल महालोक में पाषाण की मूर्तियों का निर्माण करने वाले शिल्पकार ईश्वर चन्द्र महाराणा, शिल्पकार आदित्य महाराणा, शिल्पकार सुरेश कुमार ओझा, शिल्पकार अक्षय कुमार महाराणा से त्रिवेणी सभा मण्डपम में भेट कर संवाद किया। सभी शिल्पकार ओडि़शा प्रदेश के पुरी जिले के रहने वाले हैं। जब राष्ट्रपति ने शिल्पकारों से संवाद किया तब सभी शिल्पकार काफी उत्सुक थे। खुशी के मारे शिल्पकारों के आंसू निकल आए।

शिल्पकारों से संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि आप महाकाल लोक में मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं, यह पूरे देश विशेषकर ओडिशा राज्य के लिये गर्व का विषय है। उन्होंने शिल्पकारों द्वारा किए जा रहे कार्य के बारे में विस्तार से पूछा। उन्होंने शिल्पकारों से कहा कि पढ़ाई सभी लोग करते हैं, लेकिन कला सबके पास नहीं होती है। आपके द्वारा किए जा रहे कार्य बहुत सराहनीय है। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु ने शिल्पकारों को शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। शिल्पकारों द्वारा राष्ट्रपति को पाषाण का शिवलिंग भेंट किया।

वर्तमान में शिल्पकार महाकाल लोक में शिव, कमल, सप्त ऋषियों इत्यादि की मूर्तियां बना रहे हैं। मूर्तियां बनाने का अधिकांश कार्य पूर्ण होने की कगार पर है। शिल्पकारों ने देश भर में पत्थर की अनेक मूर्तियां और मंदिर निर्माण किए हैं। राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि इन शिल्पकारों को प्रोत्साहनस्वरूप एक-एक लाख रुपये की राशि प्रदान की जायेगी।

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