ड्यूटी पर नहीं आये थे डॉक्टर, खामियाजा प्रसूता को भुगतना पड़ा
उज्जैन, अग्निपथ। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर में एक प्रसूता की डिलेवरी डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण कारिडोर में ही हो गई। पश्चात उसको एक निजी हास्पीटल में भर्ती कराया गया। वहीं एक अन्य प्रसूता गर्भवती थी और पेट दर्द को लेकर यहां पर आई थी, लेकिन सुबह हास्पीटल का स्टाफ नदारद था, जिसकी वजह से उसको भी एक निजी हास्पीटल में भर्ती किया गया। इसकी शिकायत प्रसूता के पति ने सीएम हेल्पलाइन पर कर दी। लिहाजा डॉक्टर को बीएमओ ने नोटिस जारी कर केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी से भी स्पष्टीकरण मांगा है।
सीएचसी नरवर में दोपहर 2.30 बजे प्रसूता अरुणा पति नरेन्द्र निवासी नरवर डिलेवरी हेतु आई थी। तब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. कौस्तुभ देशपांडे उज्जैन में ट्रेनिंग में थे, इस दौरान रोस्टर के हिसाब से डॉ. राजलक्ष्मी भदौरिया की ड्यूटी दोपहर 2 बजे से शाम 8 बजे तक थी। नियमानुसार उनको उपस्थित रहना था लेकिन डॉ. राजलक्ष्मी भदौरिया दोपहर 4 बजे आयी थी।
जबकी हितग्राही की डिलेवरी दोपहर 3.30 बजे ही हॉस्पिटल के कॉरिडोर में हो गई थी। क्योंकि डॉक्टर राजलक्ष्मी की अनुपस्थिति के कारण उसे ऊपर डिलेवरी रूम में ना ले जाकर हॉस्पीटल के कारीडोर में रखा गया था। उस वक्त डॉ. अलीशा डेंटिस्ट एवं नर्सिंग ऑफिसर सोनाली चौहान उपस्थित थे। इस दौरान डॉ. कल्पेश दाहिमा सीएल पर थे।
डॉ. प्रियंका भी बिना रिलीवर के गायब हुईं
डॉ. राजलक्ष्मी को ना देखकर नर्सिंग ऑफिसर सोनाली चौहान ने आशाओं के साथ मिलकर कॉरीडोर में ही डिलेवरी करवाई। इस दौरान मार्निंग शिफ्ट में डॉ. प्रियंका जथार की ड्युटी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक थी किन्तु वे भी बिना रिलीवर के मुख्यालय छोडक़र अपने घर उज्जैन चली गई थी और यह शर्मनाक घटना घट गई। किन्तु ड्युटी डॉ राजलक्ष्मी भदौरिया बिना सूचना 4 बजे तक अनुपस्थित थी। नरवर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. कौस्तुभ देशपांडे ने इस घटना से बीएमओ डॉ. नवनीतसिंह को अवगत करवाते हुए कहा कि ऐसी घटना में कोई जनहानि भी हो सकती थी। दोनो एलएमओ कभी भी समय पर ड्यूटी पर नही आती हैं तथा कभी भी बिना सूचना के अनुपस्थित हो जाती हैं।
सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत के बाद जागे
एक दूसरे मामले की शिकायत प्रसूता सीमा के पति ने सीएम हेल्पलाइन पर की है। जिसका शिकायत क्रमांक 20043742 है जोकि बीएमओ डॉ. सिंह को प्राप्त हुई, जिस पर बीएमओ कार्यालय से शिकायतकर्ता से दूरभाष पर चर्चा की गई। जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया है कि शिकायतकर्ता 17 सितम्बर को प्रात: 10 बजे सीएचसी नरवर पर मरीज को लेकर इलाज करवाने आया था।
मरीज गर्भवती थी एवं उसके पेट में दर्द हो रहा था। परन्तु उस समय अस्पताल में चौकीदार के अलावा कोई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित नहीं थे, जिस वजह से शिकायतकर्ता द्वारा मरीज को अमलतास अस्पताल ले जाकर दिखाना पड़ा। बीएमओ डॉ. सिंह ने नरवर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. देशपांडे से स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा कि इस दिनांक को किन अधिकारी एवं कर्मचारी की ड्यूटी थी एवं 10 बजे तक वे उपस्थित क्यों नहीं हुए। अत: इस सम्बन्ध में आप अपना स्पष्टिकरण पत्र प्राप्ति के तीन दिवस में प्रस्तुत करें अन्यथा कार्यालय द्वारा किसी भी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिये आप स्वयं जिम्मेदार रहेंगे।
इनका कहना
संस्था प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके मिलने के बाद कार्रवाई के लिये वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करवाया जायेगा।
– डॉ. नवनीतसिंह, बीएमओ ताजपुरस्टाफ की ड्यूटी इधर उधर लगने के कारण कभीकभार इस तरह की घटना घटित हो जाती हैं। फिलहाल सभी अपने समय पर अस्पताल आ रहे हैं।
-डॉ. कौस्तुभ देशपांडे, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी नरवर