अभी ड्राइंग के लिए रुका काम, जल्द शुरू होगा, रेल पीआरओ मीणा ने पत्रकारों से औपचारिक चर्चा की
उज्जैन, अग्निपथ। सिंहस्थ 2028 रेल्वे के लिए सबसे बड़ा आयोजन है क्योंकि सिंहस्थ के दौरान सबसे बड़ा मूवमेंट रेलवे के माध्यम से होगा। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। उज्जैन स्टेशन को भव्य रूप देने की योजना है।
यह बात पश्चिम रेलवे पीआरओ खेमचंद मीणा ने मंगलवार सुबह पत्रकारों से औपचारिक चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 6 माह पहले वर्चुअली उज्जैन समेत रतलाम मंडल के 11 रेलवे स्टेशनों का भूमिपूजन किया था। इनमें से उज्जैन रेलवे स्टेशन का कार्य ड्राइंग संबंधी समस्याओं के कारण रुका हुआ है। जबकि बाकी सभी स्टेशनों पर काम शुरू हो गया है। सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन स्टेशन के स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव होगा है। पीआरओ खेमचंद मीणा ने भी माना कि स्टेशन के काम में देरी हो रही है।
उन्होंने कहा “उज्जैन स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह भव्य बनाने की योजना है। लेकिन प्लान में बदलाव के चलते कार्य रुक गया है। त्रिनेत्र के रूप में स्टेशन को विकसित करने की योजना रद्द होने के बाद अब नया प्लान तैयार किया जा रहा है।जिसे रेलवे बोर्ड की मंजूरी का इंतजार है।
योजना के मुताबिक ऐसा होगा उज्जैन रेलवे स्टेशन
बता दें कि उज्जैन रेलवे स्टेशन को 421 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत स्टेशन पर यात्रियों के लिए कैफेटेरिया, मनोरंजन सुविधा के लिए विशाल रूफ प्लाजा, शहर के दोनों किनारों को जोडऩे वाले स्टेशन भवन शामिल हैं. स्टेशन पर फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने की जगह और स्थानीय उत्पादों के लिए जगह जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. वहीं, सुरक्षा और सुविधा के लिए स्टेशन पर सीसीटीवी के लिए अलग कमांड और कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।