सीसीटीवी रखे हैं कड़ी नजर
उज्जैन, (हरिओम राय) अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में रुपए लेकर दर्शन कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। यहां सुरक्षा व्यवस्था में तैनात क्रिस्टल कंपनी के छह कर्मचारियों को मंदिर समिति ने नौकरी से बाहर निकाला है।
महाकाल मंदिर में कर्मचारियों द्वारा ही दर्शनार्थियों से रुपए लेकर उन्हेें दर्शन कराये जा रहे हैं। इस मामले में मंदिर समिति ने कड़ा कदम उठाया है। मंदिर समिति द्वारा सुरक्षा एजेंसी क्रिस्टल के छह कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करने का आदेश जारी किया है, साथ ही यह भी हिदायत दी गई है कि इन लोगों को दोबारा नौकरी पर नहीं रखा जाये।
सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी में भी बदलाव
महाकाल मंदिर समिति ने यह कार्रवाई करने के साथ ही सुरक्षाकर्मियों पर निगाहेें तेज कर दी हैं। मंदिर की सुरक्षा अधिकारी ने सुरक्षाकर्मियों व होमगार्ड की तैनाती का स्थान भी बदल दिया है। साथ ही रोस्टर मुताबिक ड्यूटी लगाने के निर्देश जारी कर दिये हैं। इस कारण लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे कर्मचारियों का स्थान भी बदल गया है। श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मंदिर मेें दर्शन के नाम पर रुपए वसूली करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। ऐसे तत्वों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी की जायेगी।
इन सुरक्षाकर्मियों पर की कार्रवाई
संजय नायक, विशाल चंदेरिया- इन्होंने 21 अक्टूबर को त्रिवेणी गेट पर नौकरी के वक्त दर्शनार्थियों से 700-700 रुपए लेकर उन्हें भस्मारती दर्शन कराये। शिकायत होने पर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के जरिये पुष्टि की गई।
पप्पू भीलवाड़ा, कैलाश व गोविंदसिंह- इन्होंने 22 अक्टूबर को मानसरोवर गेट पर दर्शनार्थियों से शीघ्रदर्शन के १-१ हजार रुपए लिये। इनके द्वारा दर्शन कराये जाने की पुष्टि भी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से हुई है।
हर्ष ससोड़े- सुरक्षाकर्मी ने 20 अक्टूबर को महिला दर्शनार्थी से 500 रुपए लेकर उन्हें वीआईपी दर्शन कराये।
कड़ी कार्रवाई, फिर भी सुधरने को तैयार नहीं
सुरक्षा कर्मियों द्वारा रुपये लेने के मामले पहले भी सामने आये हैं, फिर भी ये सुधरने को तैयार नहीं है। बुधवार को भी ऐसा मामले सामने आया है। बुधवार शाम करीब 4 बजे नगाड़ा गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने अन्य प्रोटोकाल दर्शनार्थियों को नंदी हाल में प्रवेश नहीं दिया। इनका कहना था कि अभी सफाई चल रही है। जबकि उसी वक्त पंडे-पुजारी के साथ आये दर्शनार्थियों को अंदर प्रवेश दिया जाता रहा।
समिति द्वारा कर्मचारियों के ड्यूटी स्थान में परिवर्तन किये जाने का असर यह हो रहा है कि नाराज सुरक्षाकर्मचारी अपना गुस्सा दर्शनार्थियों को परेशान कर उतार रहे हैं।