बाप रे इतनी बड़ी लापरवाही : जिला अस्पताल में बाबूओ ने 3 वर्ष से अधिक मेडिकल बोर्ड की राशि जमा नहीं की

डॉक्टर और शासन की राशि कहां गई, ऑडिट में आया पकड़ में

उज्जैन, अग्निपथ। जिला अस्पताल में एक बड़ा घोटाला जिसमें आईएमओ ऑफिस के और बाबू ने सन 2019 से अभी तक मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों का शुल्क जमा नहीं किया है और नाही शासन के मद का शुल्क जमा किया गया ऑडिट में सूचना मिलने पर दोनों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।

सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा द्वारा दिए गए नोटिस में कहा गया है कि स्टीवर्ट और फार्मासिस्ट ग्रेड 2 संविदा जय सिंह और बाबू राकेश मालवीय द्वारा जिला चिकित्सालय उज्जैन में होने वाले जिला मेडिकल बोर्ड में आये उम्मीदवार से निर्धारित शुल्क जिला मेडिकल बोर्ड में प्राप्त किया जाता है। जो कि मेडिकल बोर्ड के संबधित चिकित्सकों को शेयर मनी के रूप में शासन निर्देशानुसार वितरण किया जाता है। मेरे संज्ञान में आया है कि उक्त निर्धारित राशि को आपके द्वारा माह अगस्त 2019 से आज दिनांक तक संबधित चिकित्सकों को वितरित नही की गई है एंव अन्य राशि को शासन के मद में जमा नही गई है। जो कि आपके कार्य के प्रति जो घोर वित्तीय लापरवाही व अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। आपका उक्त कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण 1965 के नियम, 3 के उपनियम, एक के खण्ड (i) (ii) (iii) के अनुरुप ना होकर कदाचरण कि श्रेणी में आता है तथा आप उक्त नियमों का पालन न कर अपनें कार्य के प्रति सन्निष्ठ एवं कर्तव्य परायण न रहतें हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही का भागी बन गये है। क्यो न आपके विरुद्ध मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम, 1966 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावे।

 

सन 2019 से अभी तक का राशि विवरण जमा कराये

दोनों ही कर्मचारियों के सूचना पत्र में आदेशित किया गया है कि तत्काल माह अगस्त 2019 से आज दिनांक तक की प्राप्त राशि का विवरण जिला मेडिकल बोर्ड अनुसार उपलब्ध करते हुए वित्तीय वर्ष के अनुरूप जमा की गई है या नही का विवरण प्रस्तुत करना सुनिश्चित करे। साथ उक्त अवधी में संबधित चिकित्सकों को प्रदाय की गई राशि का विवरण उपलब्ध करते हुए अपना स्पष्टीकरण अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष उपस्थित होकर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करे।

आपका स्पष्टीकरण समय सीमा में प्राप्त नही होता है तो यह मानकर की आपको कुछ नहीं कहना है एक पक्षीय कार्यवाही की जायेगी जिसके लिये आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।

 किसकी बनती है जवाबदारी

जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल मैं इतने दिनों तक की राशि जमा करने की जवाबदारी कार्यालय स्टीवर्ट को ही होती है, जिसके कहे अनुसार कार्य संपादित किया जाता है।

इनके द्वारा ही मेडिकल बोर्ड कराया जाता है और 150 रुपए की रसीद काटी जाती है जिसका शुल्क है उनके ही पास रहता है। जिला अस्पताल में आरएमओ कार्यालय की सारी जवाबदारी इन्हीं पर होती है।

 करीब 2 लाख से अधिक की राशि

जानकारी मैं आया है की 3 वर्ष से अधिक समय का करीब 2 लाख मेडिकल बोर्ड का शुल्क जमा नहीं किया गया है। इसमें डॉक्टरों को पराजय किया जाने वाला मेडिकल शुल्क 56 रुपए, 19 रुपए शासन के और 75 रुपए रोगी कल्याण समिति के मध्य में जमा होते हैं।

 

बाबू 3 साल से अधिक रहा ट्रेनिंग पर

 

जानकारी में आया है कि बाबू राकेश मालवीय अक्टूबर 2018 से इंदौर के शासकीय अस्पताल ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए गए हुए थे। 2 साल की ट्रेनिंग के पश्चात जब उनको रिलीव किया जाना था उसे दौरान कोरोना नेपियर पसारे और उनको इंदौर में ही कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए रोक लिया गया। उनको जनवरी 2022 में इंदौर से रिलीव कर वापस जिला अस्पताल उज्जैन कर दिया गया था।

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