महादेव की सवारी पर प्रशासन का अचानक पहरा, नहीं निकलने दिया नगर भ्रमण पर

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Badnagar someshwar mahadev

परंपरा पर आघात, राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ इकट्ठा की

बडऩगर,अग्निपथ। कोरोना गाइड लाइन की आड़ में प्रशासन ने रविवार को महादेव के नगर भ्रमण की परंपरा को खंडित कर श्रद्धालुओं की आस्था को आहत किया। सावन में रविवार को निकलने सोमेश्वर महादेव की तीसरी सवारी की तैयारियां हो चुकी थी। बाबा सोमेश्वर भी भक्तों को दर्शन देने के लिए भ्रमण के लिए तैयार थे लेकिन अधिकारियों ने ऊपरी आदेश का हवाला देकर सवारी नहीं निकलने दी। अन्नोत्सव के नाम पर एक दिन पहले ही भीड़ इकट्ठी करने वाले प्रशासन की इस मनमानी से शहरवासियों में आक्रोश है।

श्रावण शुरू होने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों ने महादेव मित्र मंडलों के पदाधिकारियों के साथ बैठककर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए शहर के चारों महादेवों की अलग-अलग दिन निकलने वाली सवारियों की अनुमति दी थी। दो सप्ताह तक रविवार सोमवार, मंगलवार एवं बुधवार को क्रमश: सोमेश्वर महादेव, त्र्यंबकेश्वर महादेव, मंगलेश्वर महादेव, एवं बुद्धेश्वर महादेव नगर भ्रमण पर निकले। भक्तजन पलक पावडे बिछा कर उनका स्वागत किया।

रविवार 8 अगस्त को सोमेश्वर महादेव का नगर भ्रमण होना था जिसके पहले ही यह खबरे सामने आई की प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए महादेव के नगर भ्रमण पर रोक लगा दी है। जिसके बाद भक्तगणों ने जहां शासन के नुमाइंदो को इस बात से अवगत कराया वही प्रशासन से भी सदी पुरानी धर्म परंपरा को खंडित न करने की गुहार लगाई लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश का हवाला देकर महादेव के नगर भ्रमण पर पहरा बैठा दिया। जिसके बाद रविवार को सोमेश्वर महादेव आकर्षक रूप में सजधज कर अपने आंगन (मंदिर) में बाहर नगर भ्रमण को तैयार बैठे रहे।

पिछले साल भी निकली थी सवारी

पिछले साल कोरोना के दौर में भी गाइड लाइन का पालन करते हुए परंपरा निभाने के लिए बडऩगर में चारों महादेव की सवारियां निकली थी। इस साल भी दो सप्ताह तक निकालने के बाद अचानक सवारी पर रोक लगा देना किसी के गले नहीं उतर रहा है। वैसे भी इस वक्त नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना मरीज शून्य हैं।

किसी के पास जवाब नहीं

सवारी पर रोक लगाने की जानकारी लगने पर आयोजन समितियों के सदस्यों व अन्य लोगों ने जिम्मेदारों से चर्चा कर इस मनमानी का कारण जानना चाहा लेकिन किसी के पास ऊपर से आदेश आए हैं के अलावा कोई जवाब नहीं था। वहीं, इसका भी कोई जवाब नहीं दे पाया कि यदि कोरोना फैलने का आंदेशा था तो शनिवार को अन्नोत्सव के दौरान बडऩगर विकासखंड क्षेत्र में अनेक जगह पर हुए कार्यक्रमों में भीड़ क्यों इकट्ठा की गई।

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