मुंबई, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) फैंस को दिवाली गिफ्ट देने की सोच रहा है। बोर्ड अक्टूबर में IPL 2022 के लिए 2 नई टीमों का ऐलान कर सकता है। BCCI ने इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। पहले नई टीमों का ऐलान मई में किया जाना था, पर कोरोना की वजह से लीग सस्पेंड होने के बाद इसे आगे बढ़ा दिया गया था। बोर्ड ने उस वक्त कहा था कि उनका पूरा ध्यान IPL 2021 को खत्म करने पर है। ऐसे में वे नई टीमों के लिए टेंडर नहीं निकालेंगे।
पर अब बोर्ड टीमों का जल्द ऐलान करेगा। इसके बाद दिसंबर में मेगा ऑक्शन हो सकता है। जनवरी में मीडिया राइट्स को लेकर नीलामी होगी।
बेस प्राइस को लेकर BCCI के सामने चैलेंज
हालांकि बोर्ड के सामने सबसे बड़ा चैलेंज टेंडर के लिए बेस प्राइस को लेकर होगा। पिछले साल तक बोर्ड नई टीमों के लिए 1500 करोड़ रुपए बेस प्राइस रखने की सोच रहा था, पर राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइजी में हुए मौजूदा बदलाव के बाद बोर्ड इस पर फिर से विचार कर रहा है। नई टीमों का बेस प्राइज 2000 करोड़ रुपए हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले सीजन से 4 खिलाड़ियों को रिटेन किया जा सकेगा।
अगस्त में निकाला जा सकता है टेंडर
बोर्ड यह फैसला 19 सितंबर से 10 अक्टूबर तक चलने वाले IPL फेज-2 के बाद ले सकता है। कोरोना के मामले सामने आने के बाद लीग को 29 मैचों के बाद 4 मई को सस्पेंड कर दिया गया था। अभी भी इसमें 31 मैच बचे हुए हैं। BCCI अगले महीने यानी अगस्त में दोनों टीमों के लिए नया टेंडर निकाल सकता है। इसे अक्टूबर में फाइनल कर लिया जाएगा। अगले सीजन में 8 की जगह कुल 10 टीमें खेलेंगी।
रेडबर्ड कैपिटल पार्टनर्स ने RR में 15% हिस्सेदारी खरीदी
पिछले महीने लिवरपूल के इन्वेस्टर रेडबर्ड कैपिटल पार्टनर्स ने राजस्थान रॉयल्स में 15% स्टेक खरीदा था। हालांकि, यह डील कितने में हुई इसका पता नहीं चल सका। रेडबर्ड कैपिटल पार्टनर्स की इंग्लिश फुटबॉल क्लब लिवरपूल और बॉस्टन रेड सॉक्स में भी हिस्सेदारी है।
सूत्रों के मुताबिक रेडबर्ड और राजस्थान रॉयल्स के बीच जो डील हुई, उससे फ्रेंचाइजी की मनी वैल्यू करीब 1863 करोड़ रुपए से 2235 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। इसलिए नई टीमों का बेस प्राइस 2000 करोड़ रुपए तक तय किया जा सकता है। 2 नई टीमों को खरीदने की दौड़ में अडाणी ग्रुप और गोयनका ग्रुप (RPSG ग्रुप) सबसे आगे है।
बेस प्राइस अभी फाइनल नहीं
इससे पहले इनसाइड स्पोर्ट्स ने बोर्ड के कुछ सीनियर अधिकारियों से भी बात की थी। अधिकारियों ने बताया था कि हमने बेस प्राइस को लेकर कुछ भी फाइनल नहीं किया है। IPL इन्वेस्टमेंट का एक शानदार जरिया है और इसके बदले उन्हें रिटर्न भी मिला है। मेरे मुताबिक नई टीमों की वैल्यू 2000 करोड़ रुपए से कम नहीं होगी। हालांकि इस पर अभी कुछ भी फाइनल नहीं है।
ऑक्शन के नियमों में भी बदलाव संभव
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले सीजन से फ्रेंचाइजी के सैलरी कैप को भी बढ़ाया जा सकता है।
- सैलरी कैप को 85 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 90 करोड़ रुपए किया जा सकता है।
- 10 टीमें होने पर कुल 50 करोड़ रुपए सैलरी कैप में जुड़ेंगे।
- फ्रेंचाइजी को इसमें से 75% रुपए खर्च करने ही होंगे।
- अगले 3 साल में यानी 2024 में सैलरी कैप बढ़कर 100 करोड़ रुपए हो जाएगा।
प्लेयर रिटेंशन पॉलिसी में भी सुधार संभव
रिपोर्ट के मुताबिक प्लेयर रिटेंशन के नियमों में भी सुधार किया जा सकता है। पहले 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की इजाजत थी।
- नए नियम के मुताबिक, सभी फ्रेंचाइजी 4 प्लेयर रिटेन कर सकेंगे।
- इसमें 3 भारतीय और 1 विदेशी या 2 भारतीय और 2 विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन किया जा सकता है।
- 3 खिलाड़ियों को रिटेन करने पर फ्रेंचाइजी के पर्स से 15 करोड़, 11 करोड़, 7 करोड़ रुपए काटे जाएंगे।
- 2 खिलाड़ियों को रिटेन करने पर 12.5 करोड़ और 8.5 करोड़ रुपए कम किए जाएंगे।
- एक खिलाड़ी को रिटेन करने पर फ्रेंचाइजी के पर्स से 12.5 करोड़ रुपए काटे जाएंगे।
2011 में भी IPL में 10 टीमें खेल चुकी हैं
2008 में पहले IPL ऑक्शन के दौरान 8 टीमों के लिए बेस प्राइस करीब 372 करोड़ रुपए रखा गया था। ये पहली बार नहीं होगा कि एक सीजन में 10 टीमें खेलेंगी। इससे पहले IPL 2011 में भी 10 टीमें खेल चुकी हैं। पुणे वॉरियर्स और कोच्चि टस्कर्स हिस्सा लेने वाली 2 नई टीमें थीं। हालांकि इसके बाद कोच्चि को बैन कर दिया गया। IPL के 2012 और 2013 सीजन में 9 टीमों ने हिस्सा लिया था। 2013 में लीग एक बार फिर से 8 टीमों के टूर्नामेंट पर लौट आई थी।