कांग्रेस की संघर्षशील नेत्री नूरी खान का नाम एक फिर भोपाल और दिल्ली के गलियारों में चल रहा है। कुछ समय पूर्व नूरी खान का नाम मध्यप्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष पद के लिये तेजी से चल रहा था। किन्तु इस पद पर एकाएक श्रीमती अर्चना जायसवाल का नाम फायनल कर दिया गया। अर्चना जायसवाल के नाम के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की ताकत बतायी जा रही थी।
अब कांग्रेस एक बार फिर पुराने फामूले पर काम करने जा रही है। मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मध्यप्रदेश की बागडोर कमलनाथ के हाथों में सौंपी थी। कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के साथ साथ जातीय और गुटीय संतुलन बनाने के लिये कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति भी की गयी थी। एक बार फिर कांग्रेस इसी फामूले के तहत काम करने वाली है।
श्रीमती अर्चना जायसवाल के साथ साथ कार्यकारी महिला कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति भी संभावित है। इस नियुक्ति में विभिन्न क्षेत्रों को स्थान दिया जायेगा। जिसमें मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल और रीवा बेल्ट शामिल है। इसी फामूले के तहत नूरी खान को भी स्थान मिलने की संभावना बन रही है। नूरी खान अल्पसंख्यक समुदाय से आती हैं। नूरी खान को कार्यकारी महिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस अल्पसंख्यकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी।