शुक्रवार की सुबह जिला प्रशासन ने हरिफाटक ब्रिज के आसपास लगी गुमटियां हटाने की कार्रवाई की। हरिफाटक ब्रिज से वाकणकर ब्रिज तक करीब 211 गुमटियां हटाकर नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने की सबसे बड़ी कार्रवाई का दंभ भरा है। सुबह आंखे खुलने के पहले छह बजे से ही यह कार्रवाई शुरू हो गई थी।
नि:संदेह प्रशासन इस कार्रवाई के लिए बधाई का हकदार है। मन्नत गार्डन के आसपास यह गुमटियां काफी समय से लगी थी और यहां गैरेज व वाहन मरम्मत की दुकानें संचालित हो रही थीं। कार्रवाई से बेरोजगार हुए लोगों का मामूली विरोध भी हुआ। अंतत: सबकुछ ठीक हो गया और सरकारी जमीन अतिक्रमण से मुक्त हो गई। प्रशासन की इस बड़ी कार्रवाई के साथ एक सवाल भी खड़ा है। इन लोगों को यहां बसाया किसने।
हरिफाटक ब्रिज की तरह ही पूरे शहर में जगह-जगह गुमटियां किसकी शह पर रखी जा रही है, जिन्हें बाद में नेस्तनाबूद कर नगर निगम बड़ी कार्रवाई का श्रेय लेगा। शहर में आगर रोड, चिमनगंज मंडी, मोहन नगर रोड, मंगलनाथ रोड़, सिंहस्थ क्षेत्र बडऩगर रोड सहित सभी प्रमुख स्थानों पर रोज धड़ल्ले से गुमटियां स्थापित हो रही हैं। नगर निगम कर्मचारियों की शह पर ही यह सबकुछ हो रहा है। जबकि इन क्षेत्रों को सिंहस्थ के पहले ही गुमटीमुक्त किया गया था। बड़ी कार्रवाई का श्रेय लेने वाले अधिकारी इन गुमटियों को स्थापित करने वालों की खबर भी लें।