खबरों के उस पार: गुमटियां लग रही हैं, क्यों बंद हैं आंखे..!

हाल ही में प्रशासन ने हरिफाटक ब्रिज के नजदीक से हजारों गुमटियां हटाकर सबसे बड़ी कार्रवाई करने का दंभ भरा था। यहां से प्रशासन ने 213 गुमटियों को हटवाया था। प्रशासन की यह कार्रवाई नि:संदेह प्रशंसात्मक है। लेकिन श्रेय लेने के पहले नगर निगम को अपना एक और मूल काम पर भी ध्यान देना जरूरी है और वो है अतिक्रमण बढऩे से रोकना।

सिंहस्थ-2016 के पहले शहर के अधिकतर हिस्से से गुमटियां हटा दी गई थीं और गुमटीमुक्त शहर का दावा किया गया था। फिर शहर में गुमटियां कैसे बढ़ती जा रही हैं। सिंहस्थ क्षेत्र में बडऩगर रोड, इंदिरा नगर के पास मंगलनाथ रोड, खाक चौक क्षेत्र, सांदीपनि आश्रम के आसपास, गढक़ालिका क्षेत्र, चिमनगंज मंडी, मोहन नगर, इंदिरा नगर, आगर रोड नाका आदि कई क्षेत्रों पर नजर डाली जाये तो यहां सैकड़ों गुमटियां लग चुकी हैं।

यह गुमटियां नगर निगम के कर्मचारियों की भेंट-पूजा के बिना लगना संभव ही नहीं है। निगम कर्मचारियों के प्रश्रय में ही यह अतिक्रमण हो रहा है। हर महीने उनकी सेवा भी होती है। ऐसा नहीं है कि इन हालातों पर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की नजर नहीं है। उनकी चुप्पी साबित करती है कि कहीं न कहीं वे भी इस गैरकानूनी कार्यकलापों में शामिल हैं। अतिक्रमण हटाने के पहले नगर निगम को अतिक्रमण रोकने में भी सख्ती दिखाना चाहिए।

Next Post

हलवाई ने लगाई फांसी, मजदूर ने खाई सल्फास

Sun Aug 29 , 2021
उज्जैन, अग्निपथ। शराब के नशे में हलवाई ने फांसी लगा ली। बीमारी से परेशान मजदूर ने सल्फास खाकर आत्महत्या की है। रविवार को दोनों ही मृतकों का पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर मामला जांच में लिया है। महाकाल थाने के एसआई गोपालसिंह राठौर ने बताया कि जयसिंहपुरा में रहने वाले नरेन्द्र […]