नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो पर ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने ऐसे समय पर देश को संबोधित किया जब कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि नए कृषि कानूनों से किसानों के लिए नए रास्ते खुले हैं। काफी विचार विमर्श के बाद भारतीय संसद ने इन्हें पारित किया है।
उन्होंने कनाडा से मां अन्नापूर्णा की मूर्ति वापस लाने की खुशखबरी को देशवासियों के साझा किया। उन्होंने देशवासियों को प्रकाश पर्व की बधाई दी। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूती से जारी रखने और सर्दियों में बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील
- प्रधानमंत्री ने सर्दी के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने और सावधानी बरतने की सलाह दी।क
- ोरोना वैक्सीन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने देश की जनता से सावधान रहने के साथ लड़ाई को मजबूती से जारी रखने की अपील की।
- छह दिसंबर को बाबा साहब को श्रद्धांजलि देने के साथ ही देश के प्रति अपने संकल्पों, संविधान ने, एक नागरिक के तौर पर अपने कर्तव्य को निभाने की जो सीख हमें दी है, उसे दोहराने का है।
- प्रधानमंत्री ने कृषि की पढ़ाई कर रहे छात्रों से गांवों के किसानों को कृषि सुधारों और आधुनिक कृषि को लेकर जागरुक कर देश में हो रहे बदलाव का सहभागी बनने की अपील की।
युवाओं के बीच होना बेहद तरो-ताजा करने वाला होता है
पिछले दिनों मुझे देशभर की कई यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट्स के साथ संवाद का, उनकी एजुकेशन जर्नी के महत्वपूर्ण इवेंट्स में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ है। टेक्नोलॉजी के जरिए मैं आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी दिल्ली, गांधीनगर की दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी, दिल्ली के जेएनयू, मैसूर यूनिवर्सिटी और लखनऊ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों से कनेक्ट हो पाया। देश के युवाओं के बीच होना बेहद तरो-ताजा करने वाला और ऊर्जा से भरने वाला होता है।
प्रधानमंत्री ने देवी की मूर्ति वापस आने की खुशखबरी साझा कीप्रधानमंत्री मोदी ने
- मन की बात की शुरुआत में कनाडा से लगभग 100 साल पुरानी देवी अन्नपूर्णा की प्रतिमा वापस आने की खुशखबरी को साझा किया।
- इस मूर्ति को वाराणसी के एक मंदिर से चुराया गया था और लगभग 100 पहले स्मगल किया गया था।
- प्रधानमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक विरासतों को सुरक्षित करने और विदेश से वापस लाए जाने के प्रयासों की जानकारी दी।
- माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की वापसी के साथ एक संयोग यह भी जुड़ा है कि कुछ दिन पूर्व ही वर्ल्ड हेरिटेज वीक मनाया गया है। वर्ल्ड हेरिटेज वीक संस्कृति प्रेमियों के लिए, पुराने समय में वापस जाने, उनके इतिहास के अहम पड़ावों को पता लगाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है।
- माता अन्नपूर्णा का काशी से बहुत ही विशेष संबंध है। अब उनकी प्रतिमा का वापस आना हम सभी के लिए सुखद है।
- माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की तरह ही हमारी विरासत की अनेक अनमोल धरोहरें, अंतरराष्ट्रीय गिरोहों का शिकार होती रही हैं।