तेज गति से वाहन दौड़ाया तो खैर नहीं, इंटरसेप्टर वाहन से बनाए 18 चालान

1 किमी दूर से ही लेजर गन के जरिये पकड़ लेते हैं गाड़ी की स्पीड, वाहन में लगा है ब्रीद एनालाइजर भी

उज्जैन, अग्निपथ। तेज वाहन चलाने वालों पर नकेल कसने के लिए पुलिस के पास अब इंटरसेप्टर वाहन उपलब्ध है। पुलिस ने बीते 72 घंटों में ऐसे 18 लोगों को पकड़ा है जो अपनी कार तय स्पीड से ज्यादा तेज चला रहे थे। केंद्र सरकार की ओर से मिले इस इंटरसेप्टर वाहन को ट्रैफिक पुलिस शहर के अलग-अलग हिस्सों और स्टेट हाईवेज पर खड़ा करके वाहन चालकों की स्पीड चेक कर रही है।

ट्रैफिक पुलिस ने इंदौर-उज्जैन और उज्जैन-नागदा स्टेट हाइवे पर तीन दिनों के भीतर 18 कार चालकों के चालान काटे। ये सभी निर्धारित 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ज्यादा तेजी से चल रहे थे। डीएसपी ट्रैफिक सुरेंद्रपाल सिंह ने बताया कि इस इंटरसेप्टर वाहन को हम शहर के भीतर भी खड़ा करके चालानी कार्रवाई करेंगे।

पहले ही पकड़ लेता है वाहन की गति

इस वाहन में हाइटैक कैमरे लगे हैं। जो वाहन की स्पीड एक किमी पहले से ही चैक करना शुरू कर देते हैं। वाहन जब इंटरसेप्टर से 200 मीटर दूर होता है तब तक इससे अटैच्ड कलर प्रिंटर सामने से आ रहे वाहन का कलर प्रिंट, उसकी स्पीड और चालान की कॉपी निकाल देता है। जब तक वाहन इंटरसेप्टर व्हीकल के पास आता है पुलिस सक्रिय हो जाती है और वाहन चालक को रोक लेती है। उसे चालान की राशि जमा कराने के बाद ही आगे जाने दिया जाता है। इसमें लगा हाईटेक स्पीड राडार से स्पीड चैक की जाती है। मप्र में ऐसे 33 इंटरसेप्टर दिए गए हैं। इसका उद्देश्य दुर्घटनाएं रोकना हैं।

इंटर सेप्टर वाहन की खासियत

  • यह वाहन शहर की यातायात व्यवस्था की रीयल टाइम निगरानी करेगा। इससे ट्रैफिक इंजीनियरिंग और सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
  • इसमें एक ब्रीद एनालाइजर भी लगा होता है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की जांच में मददगार साबित होगा।
  • स्पीड लेजर गन के अलावा वाहन में एक और डिवाइस भी लगी है, जिसके जरिए वाहनों में काली फिल्म की पारदर्शिता भी मापी जा सकती है।
  • इंटरसेप्टर वाहन में कलर प्रिंटर लगा है जो मौके पर साक्ष्यों की हार्डकॉपी उपलब्ध कराता है।

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