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नशे के लिए रुपए खत्म होते ही उज्जैन आकर तलाशते थे शिकार
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आठ माह में झपटी आठ सोने की चेन बरामद
उज्जैन,अग्निपथ। चेन स्नेचिंग में पकड़ाए इंदौर के तीन और तिलकेश्वर के एक बदमाश से आठ माह में झपटी आठ सोने की चेन बरामद होने का एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने सोमवार को खुलासा कर दिया। मामले में सरगना को माधवनगर पुलिस ने दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस को अब लूटी चेन ठिकाने लगाने वाले की तलाश है। खास बात यह है कि बदमाश नशे के लिए रुपए खत्म होने पर लूट करते थे और इंदौर में पकड़ाने की संभावना के कारण उज्जैन आकर महिलाओं को शिकार बनाते थे।
इंदौर स्थित नंदानगर निवासी सूरज उर्फ खेलू पिता प्रेमलाल मंडास (22) आदतन बदमाश है । नशे के लिए रुपए की जरुरत होने पर उसने सर्वहारा नगर निवासी शशांक पिता हरिकुमार कौशल(28) पाटनीपुरा के सन्नी उर्फ निखिल पिता नंदकुमार पाल(19) और जिंसी के सूरज दादा उर्फ भैरु जाटव के साथ चेन लूट की योजना बनाई, लेकिन इंदौर मे हिस्ट्रीशीटर होने के कारण पकड़ाने की संभावना थी इसलिए उज्जैन आकर चेन झपटना शुरू किया। चारों ने इस वर्ष मार्च से अब तक सात महिलाओं से चेन लूटी जिसे भैरू ने ठिकाने लगा दी। खोजबीन के दौरान जाटव का छोड़ तीनों गिरफ्त में आ गए। वहीं उनकी निशानदेही से तिलकेश्वर निवासी ईश्वर पिता सुभाष सोलंकी (20) जिसने भी एक लूट करना कबूल किया। पुलिस ने चारों से चार लाख की आठ चेन व एक लाख की दो बाइक बरामद कर उन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किया। न्यायालय ने सूरज को दो दिन के रिमांड पर सौंप तीन को जेल भेज दिया। मामले में पुलिस को अब जाटव का तलाश है।
आदतन अपराधी है आरोपी
गिरोह के पकड़ाने पर पुलिस ने रिकार्ड खंगाला तो पता चला सूरज परदेशीपुरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर मारपीट व चेन लूटने के 12 अपराध दर्ज होने पर जिला बदर भी किया जा चुका है। शशांक पर भी परदेशीपुरा थाने में 6 प्रकरण कायम है। सन्नी पर एमआईजी थाने में दो मामले दर्ज है। मामले में फरार जाटव सदर बाजार का रिकार्डेड बदमाश है। वहीं ईश्वर पर जीवाजीगंज थाने में 6 केस दर्ज हैं। मामले में पुलिस गिरोह से संबंधित अन्य बदमाशों का भी पता लगाने में जुटी हुई है।
ऐसे पहुंचे गिरोह तक
लगातार वारदातों के बाद पुलिस स्नचेरों को तलाश रही थी,लेकिन दशहरा मैदान पर प्रो. शर्मा से चेन झपटते ही पुलिस ने लुटेरे के भागने वाले सभी मार्गो के सीसी टीवी फुटेज खंगाले। स्मार्ट सिटी के कैमरों से पुलिस को ज्यादा मदद नहीं मिली, लेकिन घरों पर लगे कैमरे से बाइक की टूटी नंबर प्लेट पर लिखे नंबर एमपी 09 13 डी 09 का पता चल गया। इसी आधार पर आगें के अनुमानित नंबरों का रिकार्ड चैक करने पर इस सीरिज की 17 बाइक मिली। इसकी पड़ताल से बाइक के नंबर मिले और उनके मालिकों को चैक करने पर हीरामिल चाल पहुंचे। यहां वारदात में प्रयुक्त बाइक जिसके नाम थी उसने बताया कि इंदौर निवासी जीजा को 2015 में बाइक फायनेंस करवाई थी। जीजा ने कहा भतीजा ले गया था और फुटेज बताने पर उन्होंने सूरज को पहचान लिया।
इन्हें मिलेगा इनाम 20 हजार
एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि दो वारदातों में लुटेरों पर 10-10 हजार रुपए ईनाम घोषित किया था। स्नेचरों का पता लगाने के लिए 10 टीम बनाई थी। एएसपी डॉ. रविंद्र वर्मा, सीएसपी विनोद कुमार मीणा जुटे थे। नतीजतन टीआई मनीष लौधा, मुनेंद्र गौतम, राममूर्ति शाक्य, एसआई महेंद्र मकाश्रे, सलमान कुरैशी, प्रेम मालवीय,बिजेंद्र छाबरिया,मालती गोयल, राहुल कांबले, हेमराज यादव, प्रतीक यादव, प्रआ. अनूपसिंह, महेश जाट, प्रेम समरवाल, जितेंद्र पाटीदार,आरक्षक धर्मेंद्र मालवीय, अमरनाथ, केशव, पकंज पाटीदार, रवि, चालक सुनील व स्मार्ट सिटी के ऋषभ बिडवाल की सराहनीय भूमिका रही है। टीम को घोषित इनाम दिया जाएगा वहीं आईजी से भी पुरस्कार के लिए अनुशंसा करेंगे।
किसने, कब, किससे झपटी चेन
- 13 मार्च: सूरज ने मोहन मेंशन फ्रीगंज में राज मोहल्ला इंदौर की जिया लालवानी से
- 8 जून : सूरज ने रविंद्र नाथ टैगोर स्कूल के पास आजाद नगर की सुमन गेहलोद से।
- 9 जुलाई : सन्नी ने केदारेश्वर महादेव मंदिर लक्ष्मीनगर तिराहा पर मोहनी भटनागर से
- 16 जुलाई : ईश्वर ने देवासरोड क्षिप्रा होंडा शो रूम के पास कमल विला निवासी डॉ. मीना मोघे से
- 20 जुलाई: सूरज ने दशहरा मैदान क्षेत्र में मैनका कुरील निवासी दशहरा मैदान से
- 4 अक्टॅूबर: शशांक ने वैशाली नगर में वहीं रहने वाली पुष्पलता व्यास से।
- 12अक्टूबर: सूरज और भैरु ने बीमा अस्पताल सेठीनगर में सुशीला कासलीवास सेठीनगर से।
- 13 अक्टूूॅबर: सूरज ने दशहरा मैदान के पास प्रो. श्रूति शर्मा निवासी निजातपुरा से