रसूखदार पुजारी और दो पुरोहितों के पहले से ही हैं तीन-तीन अतिरिक्त प्रतिनिधि
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में अभी तक पुजारी और पुरोहितों के 3-3 प्रतिनिधि मंदिर प्रबंध समिति की सहमति से नियुक्त थे। लेकिन अब फिर से मंदिर प्रशासन दबाव में आकर पुजारी और पुरोहितों से इनके तीन-तीन अतिरिक्त प्रतिनिधियों के नाम मांग रहा है। ऐसे में बेवजह महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिनिधियों की भीड़ घूमती नजर आएगी।
महाकालेश्वर मंदिर में 16 पुजारी और 22 पुरोहित नियुक्त हैं। प्रत्येक पुजारी और पुरोहित को पूर्व में एक-एक प्रतिनिधि नियुक्त करने की पात्रता प्रदान की गई थी। इसके बाद 2 प्रतिनिधियों के नियुक्त करने की पात्रता दी गई। बाद में उनको कुल 3 प्रतिनिधि नियुक्त करने पर सहमति बन गई थी। लेकिन जानकारी में आया है कि अब अतिरिक्त तीन-तीन और प्रतिनिधियों की मांग मंदिर प्रबंध समिति द्वारा पुजारी पुरोहितों से की जा रही है।
पूर्व में 18 मार्च 2021 को मंदिर प्रबंध समिति द्वारा एक सूची जारी की गई थी। जिसमें मंदिर के दो पुरोहितों को 3-3 के अलावा अतिरिक्त तीन और प्रतिनिधियों की नियुक्त करने की अनुमति प्रदान कर दी गई थी। वहीं बाद में एक रसूखदार पुजारी जिसके तीन प्रतिनिधि पहले से ही हैं। उनको फिर से अतिरिक्त 3 प्रतिनिधियों की नियुक्ति की पात्रता प्रदान की कर दी गई। जानकारी में आया है कि इसी रसूखदार पुजारी द्वारा मंदिर प्रशासन पर दबाव बनाकर प्रत्येक पुजारी पुरोहितों के तीन-तीन अतिरिक्त नाम और बुलवाए जा रहे हैं।
किसी का 1 तो किसी के 2 प्रतिनिधि
महाकालेश्वर मंदिर में ऐसे भी पुजारी और पुरोहित हैं। जिनके केवल एक या दो प्रतिनिधि हैं। लेकिन 3 प्रतिनिधि की नियुक्ति की पात्रता इनको दी गई है। लेकिन कई पुजारी और पुरोहित इसका लाभ लेना नहीं चाहते। होली के समय एक वरिष्ठ पुजारी और मंदिर प्रबंध समिति सदस्य द्वारा भी अधिकारियों के सामने दो पुरोहितों के 3 अतिरिक्त प्रतिनिधि और एक पुजारी के तीन अतिरिक्त प्रतिनिधि की नियुक्ति की शिकायत सहायक प्रशासक से की गई थी। लेकिन बाद में यह बात आई गई हो गई थी।
बेकार में बढ़ाई जा रही मंदिर में भीड़
यदि 16 पुजारी और 22 पुरोहितों के 3- 3 प्रतिनिधियों के अलावा और तीन- तीन अतिरिक्त प्रतिनिधि नियुक्त हो जाएंगे तो मंदिर में बड़ी संख्या में पुजारी और पुरोहित के प्रतिनिधि ही मंदिर में नजर आएंगे। सबसे ज्यादा परेशानी तो श्रद्धालुओं को रहेगी। जिनको भगवान महाकाल के बैरिकेड से दर्शन करने के दौरान पुजारी और पुरोहितों के प्रतिनिधियों के भगवान महाकाल के शिवलिंग के सामने आने के चलते दर्शन नहीं हो पाएंगे।
दान काउंटर निर्गम गेट पर लगाया
सोमवार से मंदिर के नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में दान काउंटर लगाकर दान लेना भी शुरू कर दिया गया था। लेकिन एक ओर होने से कम संख्या में श्रद्धालु दान देने के लिए आ रहे थे। दैनिक अग्निपथ में दिए गए सुझाव के मद्देनजर मंगलवार से दान काउंटर निर्गम गेट पर लगाकर दान लेना शुरू कर दिया गया है। बताया जाता है कि भोजन प्रसाद ग्रहण करने के पश्चात श्रद्धालु दान देने के लिए आ रहे हैं।