बाबा के दर्शन अब गर्भगृह से

सोमवार को भीड़ बढ़ते ही कंट्रोल रूम से अधिकारी करा देंगे प्रवेश बंद, इस दौरान 1500 रुपए की अभिषेक रसीद चलेगी

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज से बहुप्रीतिक्षित श्रद्धालुओं का प्रवेश गर्भगृह में प्रारंभ हो जाएगा। दो वर्ष से श्रद्धालु इसी व्यवस्था की बांट जोह रहे थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था।
यहां तक कि नंदीहाल तक में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। आज से गर्भगृह में आम सहित वीआईपी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रारंभ हो जाएगा। लेकिन सोमवार होने के कारण यदि भीड़ बढ़ती है तो कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी प्रवेश प्रतिबंधित कर देंगे।

इस दौरान 1500 रुपए की अभिषेक रसीद पर पुजारी – पुरोहितों के माध्यम से 2 श्रद्धालु, लघु रूद्र की रसीद पर 3 और महारूद्र रसीद पर 5 श्रद्धालु गर्भगृह में जाकर केवल जलाभिषेक कर सकेंगे।

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में हुए निर्णयानुसार 6 दिसम्बर से मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रारंभ किया जा रहा है। परन्तु प्रात:कालीन भस्मारती में दर्शन व्यवस्था पूर्वानुसार ही रहेगी। भस्मारर्ती के दौरान श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश वर्जित रहेगा।

प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि आज से श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रारंभ किया जा रहा है। अभी यह व्यवस्था प्रायौगिक रूप में प्रारम्भ की जा रही हैं। आम श्रद्धालुओं हेतु भीड़ की स्थिति को देखते हुए गर्भगृह से दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की जावेगी।

आम श्रद्धालु शंख द्वार से फेसिलिटी सेन्टर, मंदिर परिसर, कार्तिकेय मण्डपम् से रंैप उतरकर गणेश मण्डपम् की बैरिकेट्स से नंदीमण्ड्पम से होते हुए गर्भगृह में प्रवेश करेंगे व दर्शन उपरान्त निर्गम रैंप से प्रस्थान करेंगे।

प्रवेश बंद के दौरान 1500 की रसीद पर 2 का जलाभिषेक

श्री धाकड़ ने बताया कि, प्रवेश बंद के दौरान रूपये 1500 की रसीद पर 2 श्रद्धालु , लघु रूद्र की रसीद पर 3 श्रद्धालु और महारूद्र की रसीद पर 5 श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान के गर्भगृह से दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान भी श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान का केवल जलाभिषेक ही कर सकते हंै, जिसकी व्यवस्था मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा की गई है।

यदि श्रद्धालु के परिवार के तीन सदस्यों को गर्भगृह में जल अर्पित करना है तो उन्हें रूपये 1500 रुपए की एक रसीद के अलावा रूपये 1 हजार रुपए एक अतिरिक्त रसीद कटवाना होगी।

पुजारी-पुरोहितों को एक दिन में 3 रसीद

श्री महाकालेश्वर मंदिर के अधिकृत 16 पुजारी व 22 पुरोहित अपने यजमानों के लिए एक दिवस में अधिकतम 1500 रुपये की 3 रसीद व लघुरूद्र की 2 रसीद ही काउण्टर से कटवा सकेंगे तथा रसीद कटाने वाले श्रद्धालुओं को अधिकृत पुजारी-पुरोहित व उनके प्रतिनिधि द्वारा परिचय पत्र धारण कर यजमानों को गर्भगृह में प्रवेश कराया जा सकेगा।

पुजारी-पुरोहित अपने यजमानों को प्रात: 6.15 से 7.15 तक दोपहर 1 से 3 बजे तक जलाभिषेक तथा रात्रि 8 से 9 बजे तक 1500 रुपए की रसीद कटाकर दर्शन कर सकेंगे। प्रोटोकॉल श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत गर्भगृह में प्रवेश हेतु 1500 रुपए की रसीद कलेक्टर या प्रशासक से अनुमति प्राप्त करने के उपरांत कटवाई जा सकेगी।

रसीदधारियों का प्रवेश चांदी द्वार से

रसीदधारी श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर मंदिर के द्वार क्रमांक 04 से प्रवेश कर विश्राम धाम से सभा मण्डप चांदी द्वार से गर्भगृह दर्शन हेतु प्रवेश करेंगे व वहां की गई व्यवस्था अनुसार भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर जल द्वार से बाहर आयेंगे।

प्रवेश बंद के दौरान रसीद लेकर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य होगा। जिसमें पुरूषों को सोला व महिलाओं को साड़ी में ही गर्भगृह में प्रवेश दिया जा सकेगा। मंदिर गर्भगृह में किसी भी प्रकार का पूजन, अभिषेक, आरती इत्यादि किया जाना तथा दूध, फूल-प्रसाद या किसी भी प्रकार की पूजन सामग्री ले जाने पर प्रतिबन्ध रहेगा। भगवान महाकाल को केवल जल अर्पित कर तत्काल बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।

Next Post

इंजीनियर हत्याकांड: आरोपी के पिता ने गवाह को दी धमकी, कहा-जेल में शिनाख्त मत करना

Sun Dec 5 , 2021
साक्ष्य छिपाने के आरोपी शिक्षक पर फिर केस दर्ज उज्जैन,अग्निपथ। नगर निगम के फिल्ड इंजीनियर की हत्या के आरोपियों को छिपाने वाला शिक्षक अब गवाह को धमका रहा है। आरोपियों को जेल में नहीं पहचानने की धमकी देने पर देवासगेट पुलिस ने आरोपी के पिता पर रविवार को केस दर्ज […]