उज्जैन, अग्निपथ। भाजपा में नगर से लेकर भोपाल तक घमासान मचा हुआ है । नया भाजयुमो अध्यक्ष किसको बनाया जाए? सांसद और विधायक की पसंद को तवज्जो मिले या फिर मंत्री की पसंद को। इसकी वजह यह है कि पैनल में जो 3 नाम है। उसमें से 1 पर सांसद और विधायक राजी हैं, तो दूसरे नाम के लिए उच्च शिक्षा मंत्री ने जोर लगा रखा हंै। तभी तो भाजपा में यह चर्चा जोरों पर है कि..एक तरफ सांसद और विधायक, तो दूसरी तरफ अकेले मंत्री..!
भाजयुमो का नया अध्यक्ष कौन बनेगा? इसका फैसला अब जिसका दबाब, उसका अध्यक्ष से ही होगा। जिसकी संगठन में तूती बोलेगी,वही अपनी पसंद का अध्य्क्ष बनवाकर लाएगा? जिसके लिए साम-दाम-दंड-भेद की नीति पर अमल तक किया जा रहा है।
शह और मात का खेल शुरू हो चुका है। इस खेल का रोचक पहलू यह है कि..उच्च शिक्षा मंत्री को पटखनी देने के लिए, सांसद अनिल फिरोजिया और उत्तर विधायक पारस जैन एकजुट हो गए हैं। जिसकी चर्चा भाजपाई ,चटकारे लेकर कर रहे हैं।
गठबंधन…
राजनीति में गठबंधन की परम्परा पुरानी है। फिर चाहे सरकार बनाने के लिए हो या अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए। यह गठबंधन,मंत्री डॉ यादव को पटखनी देने के लिए हुआ है। ऐसा भाजपाई ही बोल रहे। दोनों ने प्रदीप नाहर के लिए जोर लगाया है। इधर यह भी चर्चा है कि पैनल में, नम्बर 1 पर नाम ,प्रदीप नाहर (जैन) का ही है और उसी पर मोहर लगेगी।
इज्जत…
एक तरफ जहां इस गठबंधन की चर्चा है तो दूसरी तरफ उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव की इज्ज़त भी दांव पर लगने की चर्चा, भाजपाई कर रहे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री की पसंद योगेश सांगते है। जिनको कांग्रेसी शासन में 3 महीने ,रीवा की जेल में गुजारने पड़े थे।
रासुका भी लगा दी गई थी। डॉ. यादव पूरी कोशिश में हैं कि उनकी सहमति वाले नाम पर मोहर लग जाये। अब यह बात और हैं कि विरोधी खेमे ने,सांगते से जुड़े कुछ दस्तावेज, भोपाल संगठन तक भेज दिए हैं। जिसके चलते उनके नाम पर मोहर लगाने से पहले,संगठन को अपनी छवि की चिंता हो रही हैं। ऐसा भाजपाई ही दबी जुबान से बोल रहे है।
भला..
एक तरफ सांसद और विधायक, दूसरी तरफ केवल मंत्री की लड़ाई में किसी तीसरे नाम का भला न हो जाये । इसकी सुगबुगाहट भी भाजपा में सुनाई दे रही हैं। पैनल में 3 नाम है। भाजपा में चर्चा है कि प्रदेशाध्यक्ष इस तीसरे नाम पर अपनी सहमति जता चुके हैं।
मगर स्थानीय नेताओं ने इस तीसरे नाम के बदले,प्रथम नाम पर अपनी रजामंदी जता दी है।उम्मीद जताई जा रही हैं कि वर्ग शुरुआत होने से पहले नये भाजयुमो अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती हैं।