डॉक्टर टिप्स: 60 प्लस वाले मार्निंग वॉक से करें परहेज, ब्रेन स्ट्रोक की संभावना

कुनकुना पानी पीना, एक्सरसाइज, मौसमी फल-सब्जियां, गर्म कपड़ों का करें भरपूर उपयोग

उज्जैन, अग्निपथ। ठंड का मौसम शुरू होते ही मानव की पूरी बॉडी पर प्रभाव पड़ता है। अक्सर कई लोगों को सर्दी जरा भी सहन नहीं होती है। इस समय जो तेज ठंड पड़ रही है। इसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि 60 वर्ष से उपर की उम्र वाले मॉर्निंग वॉक पर नहीं जाएं अन्यथा ब्रेन स्ट्रोक की संभावना हो सकती है। अपने खानपान, रहन सहन से इस ठंड के मौसम का भी आनंद उठा सकते हैं। अगर कुछ छोटी छोटी सी बातों का ध्यान रखा जाए। ठंड के मौसम में हमें ऐसे आवश्यक टिप्स कुछ विशेषज्ञ डॉक्टर बता रहे हैं-

जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि रोज सुबह नियमित रूप से बासी मुंह गुनगुना गर्म पानी पी लीजिए जिससे आपकी बॉडी की गंदगी भी बाहर निकल जाएगी और आपकी सुस्ती भी उड़ जाएगी। नियमित रूप से व्यायाम जरूर करें जिसमें एरोबिक्स जिम योग प्राणायाम करें। इससे आपकी बॉडी में खून का सामान रोटेशन जारी रहेगा। ठंड में बॉडी में दर्द घुटनों में दर्द नहीं होगा इसलिए भी योग जरूरी है।

ह्रदयघात वाले और जिनकी श्वसन प्रणाली कमजोर है, ऐसे लोगों को मार्निंग वॉक से परहेज करना चाहिए। अस्पताल में पेरेलेसिस वाले और हार्ट वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। वहीं निमोनिया वाले बच्चों की तादात भी बढ़ रही है। इसलिए गर्म कपड़े अधिक से अधिक पहनें। इनर का प्रयोग करें। कुनकुना पानी का सेवन करें। पानी भरपूर पीएं। मौसमी फल और सब्जियों का उपयोग करें।

माधव नगर अस्पताल प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि 60 वर्ष से उपर वाले बुजुर्गों को फिलहाल मार्निंग वॉक से परहेज करना चाहिए। ठंड में ब्रेन हेमरेज होने की संभावना रहती है। बीपी वालों को विशेषकर इसका ध्यान रखना चाहिए। ठंडे खाने से परहेज करें।

गर्म कपड़ों का भरपूर उपयोग करें। आइस्क्रीन, फ्रिज की वस्तुओं का सेवन न करें। गर्म खाना खाएं। एक्सरसाइज करें। मौसमी फल और सब्जियों का उपयोग करें। ड्राई फ्रूट का सेवन करें। गर्म हल्दी वाला दूध पिएं। पेट भर कर पोष्टिक आहार लें। सूप का सेवन करें इसमें प्रोटीन, पनीर, दूध, अनाज, आलू, ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन करें

संभागीय आरआरटी टीम के हेड डॉक्टर रौनक एलची ने बताया कि इस मौसम में पौष्टिक खाना खाएं। ठंडे खाने से परहेज करें। गर्म और कुनकुना पानी पीएं। तले गले समोसा, कचौड़ी आदि चीजों से दूर रहें। एसी से दूर रहें। एक्सरसाइज करें, जिससे बॉडी को गर्माहट और ऊर्जा मिले।

ठंड के मौसम में फैशनेबल कपड़ों की बजाय सही कपड़ों का चयन करें। किसी भी तरह की ड्रेस के साथ इनर पहनकर स्वेटर या जैकेट पहनें। हाथ के मोजे और कानों पर गरम केप या स्कार्फ जरूर लगाएं। जिनका स्वास्थ्य ठीक है उनको पैदल घूमने की आदत नहीं छोडऩा चाहिए। इससे आपका रक्त संचार अच्छा रहेगा।

चरक अस्पताल की आरएमओ डॉ. निधि जैन ने बताया कि प्रसूताओं को ठंड से बचाव करना चाहिए। उनको सर्दी, खांसी और बुखार नहीं होना चाहिए। मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें। गुड़, टमाटर, अंकुरित चने, चवले सहित अंकुरित दालों का प्रयोग करें। गेहूं में सोयाबीन मिक्स कर चपाती बनाएं। गुनगुनी धूप लेना नहीं भूलें इससे आपको विटामिन डी मिलेगा। बॉडी का तापमान सामान्य होगा जोड़ों में दर्द में आराम मिलेगा अनिद्रा की समस्या भी दूर होगी।

अंजीर के दूध का करें सेवन

सभी एक्सपर्ट डॉक्टरों की राय है कि अंजीर का दूध पीने से विटामिन ए स्ट्रांग होता है। इसका सेवन करने से मौसमी बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है। हड्डी और जोड़ों में अधिक दर्द होने लगता है इसलिए रोज एक गिलास अंजीर के दूध का सेवन करें। इससे हड्डियों में दर्द भी नहीं होगा और हड्डियां भी मजबूत होंगी। अगर ठंड में हाथ पैर पर सूजन हो तो एक गिलास अंजीर का दूध पिया करें।

Next Post

मानस प्रतियोगिता के विजेताओं को हवाई यात्रा से अयोध्या में रामलला के दर्शन कराए जाएंगे

Sun Dec 19 , 2021
उज्जैन (एस.एन. शर्मा)।  रामचरितमानस अयोध्या कांड पर आधारित मानस प्रतियोगिता में विजय 4 विद्यार्थी एवं 4 अन्य विजेताओं को प्रदेश सरकार द्वारा हवाई यात्रा के माध्यम से अयोध्या में रामलला के वीआईपी दर्शन कराए जाएंगे। यह उद्घोषणा प्रदेश सरकार की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री दीदी उषा ठाकुर द्वारा विक्रम कीर्ति […]