सीएम हेल्पलाइन में शिकायत पुलिस ने फरियादी को ही धमकाया

नागदा, अग्निपथ। आम जनता की समस्या का समाधान करने के लिये बनाई गई सी एम हेल्पलाईन 181 वास्तव में जनता की समस्या को हल करती है या मात्र दिखावा है। जनता की समस्या को सी एम हेल्पलाईन में रजिस्टर्ड करवाते ही जिस विभाग की शिकायत होती है संबंधित विभाग उस शिकायत को और उस समस्या को हल करने की बजाय शिकायत को हटवाने में ज्यादा रूचि लेता है। ऐसी ही मामला मंडी पुलिस थाना नागदा का सामने आया है।

जब पूरे मध्यप्रदेश में सरकारी योजना के नाम पर धोखाधड़ी और फरेब करने वाले अपराधी ईश्वरसिंह आंजना पिता शिवलाल आंजना, निवासी मंदसौर को पकडऩे की बजाय पुलिस ने सीएम हेल्पलाईन में शिकायत करने वाले फरियादी को शिकायत को न हटाने पर फरियादी आवेदिका के साथ अभद्रता की। आवेदिका जया पति राकेश खत्री ने लगभग चार माह पूर्व अपराधी के विरूद्ध नागदा मंडी पुलिस थाना में धोखाधड़ी की एक एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिस पर पुलिस द्वारा आज दिनांक तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं करने पर दिनांक 05/01/22 को सी एम हेल्पलाईन में शिकायत दर्ज करवाई गई। जिस पर मण्डी थाना पुलिस ने दिनांक 06/01/22 को आवेदिका के मोबाईल पर शिकायत हटाने का बोला।

आवेदिका द्वारा मना करने तथा शिकायत का निराकरण करने और अपराधी को गिरफ्तार करने का बोलने पर उपरोक्त पुलिसकर्मी द्वारा अभद्र तरीके से बात की गई। इस पर आवेदिका ने दिनांक 06/01/2022 को सीएम हेल्पलाईन 181 पर उपरोक्त आरक्षक के खिलाफ पुन: शिकायत दर्ज कराई। और 25/01/22 को लिखित आवेदन एस पी कार्यालय उज्जैन में प्रस्तुत किया तथा उपरोक्त आरक्षक के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की।

आवेदिका द्वारा पुलिस के व्यवहार और अपराधी को नहीं पकडऩे की शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली को भी भेजी गई है। सी एम हेल्पलाईन में पुलिस की कार्यप्रणाली कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आवेदिका के साथ तो पुलिस ने शिकायत ना हटाने पर अभद्र व्यवहार किया वहीं इस योजना में एक फरियादी चेतन पिता सुनीलकुमार को अपराधी बना दिया गया।

एस पी कार्यालय उज्जैन के द्वारा सीएम हेल्पलाईन में दिये अपने जांच प्रतिवेदन में फरियादी को आरोपी बना दिया गया और उसके खिलाफ जांच की जा रही है। जबकि मुख्य आरोपी के खिलाफ आज दिनांक तक ना तो कोई ठोस कार्यवाही की गई और ना ही उसकी गिरफ्तारी हुई। पुलिस थाना नागदा का अपराधी के विरूद्ध कार्यवाही को लेकर शुरू से ही रवैया शंकास्पद रहा। जिसके कारण आज दिनांक तक अपराधी के विरूद्ध ना तो गिरफ्तारी हुई और ना ही ठोस कार्यवाही हो सकी।

यहां तक कि पुलिस इस योजना को आज दिनांक तक बंद नहीं करवा पाई। यह योजना आज भी चालु है। हमारे देश में कल 73वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। गणतंत्र का अर्थ होता है प्रजा का तंत्र, जनता का तंत्र। लेकिन यहां पर प्रशासन अपराधी को पकडऩे की बजाय फरियादी पर ही दबाव बनायेगा और आम जनता के हित को हम कैसे साधेंगे।

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