पहले दिन बारहवीं के पेपर में 5528 में से 332 परीक्षार्थी अनुपस्थित
नागदा, अग्निपथ। गुरुवार को शहर में कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का श्रीगणेश हुआ, कक्षा दसवीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरु होगी। कहीं विद्यार्थी लेट पहुंचे तो कहीं परीक्षार्थियों के पास पास बैठने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की, लेकिन परीक्षा का पहला परीक्षार्थियों और पर्यवेक्षकों दोनों के लिए चुनौती पूर्ण रहा।
कक्षा बाहरवीं की बोर्ड परीक्षा का शुभारंभ गुरुवार को हुआ, लेकिन परीक्षार्थियों को उस समय दुविधा का सामना करना पड़ा, जब कुछ परीक्षा केंद्रो के बाहर व्यवस्था को बोर्ड नहीं लगाया गया। पहले दिन 4593 परीक्षार्थियों में से 4461 उपस्थित हुए, जबकि 132 बच्चे अनुपस्थित रहे। कुछ स्कूलों में मात्र एक बोर्ड लगाकर इतिश्री कर ली, जिससे अभिभावकों के साथ साथ परीक्षार्थी भी परेशान होते नजर आए। कोई भी विद्यार्थी 2 घंटे 45 मिनट के पहले परीक्षा कक्ष छोडक़र नहीं जा सका है।
जो विद्यार्थी निर्धारित समय अवधि के पहले कक्ष से बाहर निकला उसको परीक्षा का पेपर नहीं दिया गया, परीक्षा खत्म होने के बाद केंद्राध्यक्ष द्वारा ऐसे विद्यार्थियों को पेपर देने के निर्देश दिए। सभी परीक्षा केंद्रों पर सेनेटाईजर की व्यवस्था की गई, विद्यार्थियों को बिना मास्क के स्क्ूल में प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा केंद्र की 100 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू थी, जिसको खुला माहौल भारत कॉमर्स स्कूल परिसर के आसपास दिखाई दिया।
विद्यार्थी कक्ष में बैठक परीक्षा दे रहे थे और डीजे की तेज आवाज से परेशान होते नहीं आए, जिसको लेकर अभिभावक राजेश खत्री ने चिंता जताई। उन्होंने इस मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियें को व्हाट्सअप पर मैसेज भी किए। परीक्षा देकर लौटे विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी की लहर दिखाई दिया, शिफा खान ने बताया कि इतने कम समय में तैयारी नहीं हो पाई थी इसके बावजूद पेपर अच्छा गया है निश्चित ही सफलता मिलेगी।
पुलिस थाने पर सात बजे पेपर का वितरण
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर पेपर की सुरक्षा एवं वितरण को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाती है इस बार शिक्षा विभाग द्वारा पेपर वितरण की व्यवस्था में आंशिक रुप से परिवर्तन किया गया है। परीक्षा शुरु होने के लगभग आधे घंटे पूर्व संबंधित परीक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले थाने से पटवारी की मौजूदगी में पेपर का वितरण किया गया। इस दौरान परीक्षा केंद्र के पर्यवेक्षक, प्राचार्य आदि मौजूद रहें।
नकल रोकने के लिए उडऩदस्ते का गठन
परीक्षा के दौरान नकल को रोकने के लिए एसडीएम आरपी वर्मा के मार्गदर्शन में उडऩदस्ता तैयार करने के लिए भी कवायदें तीव्र हो गई ताकि परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर सघनता से जांच की जा सके। इधर शिक्षा विभाग द्वारा जिलास्तर पर एक विशेष उडऩदस्ता तैयार किया गया है तो मुख्य कार्य पुरे जिले में परीक्षा केंद्रों पर का औचक निरीक्षण करना होगा। परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के लिए स्वच्छ पेयजल एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी सख्त निर्देश दिए गए हैं।