मंडी में व्यापारी, तुलावटी, हम्मालों के बीच विवाद से तनाव: व्यापारी अड़े, अब तीनों पक्षों की मंगलवार को होगी बैठक

उज्जैन मंडी

हम्माल-तुलावटी संघ का दूसरा ग्रुप भी हुआ सक्रिय

उज्जैन, अग्निनथ। कृषि उपज मंडी में हम्माल, तुलावटियों और व्यापारियों के बीच विवाद भी नहीं सुलझ पाया है। अब तीनों पक्षों की बैठक मंगलवार को होगी। व्यापारी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। उन का कहना है कि वे ठेकेदारी प्रथा के माध्यम से टेंडर देकर काम देंगे।

इस संबंध में अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल का कहना है कि सरकार टेंडर और अब ई टेंडर के माध्यम से सभी काम दे रही है। मंडी के व्यापारी भी ई टेंडर के माध्यम से हम्माली, तुलावटी और अन्य काम कराना चाहते हैं। हम किसी का रोजगार नहीं छीन रहे हैं। बल्कि सभी को रोजगार दे रहे हैं और सरकार के नियम के मुताबिक काम कराना चाहते हैं। जो भी कम रेट का टेंडर देगा, उसे काम दे दिया जाएगा। उसमें पहले से काम करने वाले हम्माल और तुलावटी हो या अन्य। इस व्यवस्था से मंडी में किसानों का भरोसा बढ़ेगा और काम बढऩे से सभी को रोजगार मिलेगा।

अभी उज्जैन मंडी में काम कम हो रहा है। जबकि महिदपुर, बडऩगर समेत अन्य मंडियों में उज्जैन मंडी से ज्यादा काम होने लगा है। इसका मतलब है कि मंडी के सभी पक्षों को सोचना चाहिए कि मंडी में किसान आएंगे तो सभी को रोजगार मिलेगा,किसान नहीं आएंगे तो सभी का रोजगार छिन जाएगा। मंडी में किसानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय या गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।

इधर शनिवार को हम्माल, तुलावटी संघ के पदाधिकारी सादिक, गफ्फार लाला आदि मंडी सचिव उमेश शर्मा बसेडिया से मिले। उन्होंने अपनी मांग के संबंध में चर्चा की। शर्मा ने बताया कि हम्माल, तुलावटियों के प्रतिनिधियों को बता दिया गया है कि भारसाधक अधिकारी अवि प्रसाद ने मंगलवार को व्यापारियों को बुलाया है। वे उनसे चर्चा करेंगे।

इसके बाद हम्माल,तुलावटियों को भी बुलाया गया है। दोनों पक्षों से चर्चा करने के बाद मामले में फैसला लिया जाएगा। संभवत: मंगलवार को विवाद का हल निकल सकता है। इस मामले में हम्माल संघ के सादिक और गफ्फार लाला का कहना है कि वे मंडी सचिव से मिले थे। मंगलवार को बैठक की जानकारी मिली है।

भारसाधक अधिकारी से मुलाकात के बात स्थिति साफ हो सकेगी। वहीं हम्माल,तुलावटियों का दूसरा ग्रुप भी सक्रिय हो गया है। इस ग्रुप के शेरखान का कहना है कि वे भी चाहते हैं कि हम्माल और तुलावटियों की पारिश्रमिक दर बढ़े। हालांकि उन्होंने कहा कि हड़ताल करने के पक्ष में वे नहीं है। उनका कहना है कि एक दिन में स्थिति साफ हो सकेगी।

पूरे जिले के किसानों को बुलाकर बनाएंगे ब्रांड एबेंसडर

अनाज तिलहन संघ अध्यक्ष खंडेलवाल का कहना है कि उज्जैन मंडी में काम कम होने का मतलब है किसान यहां आने से बच रहे हैं। जल्द ही पूरे जिले के पांच-पांच किसानों को बुलाया जाएगा। उनका सम्मेलन आयोजित करके उनकी उज्जैन मंडी के विषय में राय मांगी जाएगी। सम्मेलन में करीब पांच हजार किसानों को बुलाए जाने की योजना है। इसमें आने वाले सुझाव पर अमल किया जाएगा। यह सुझाव मंडी के हित में होंगे।

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