कागजों में पशु शेड बनाकर निकाली राशि

जनपद प्रधान ने की जांच कर कारवाई की मांग

सुसनेर, अग्निपथ। जनपद पंचायत अन्तर्गत आने वाली क्षैत्र की अधिकांश ग्राम पंचायतो में पशु शेड निर्माण के नाम पर जमकर धांधली की गई है। वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 में बनाए गए पशु शेड अधिकांश जगहों पर कागजों में ही बना दिए गए है तो कई जगह पर शासकीय योजनाओं के तहत दिए गए आवासों को ही पशु शेड बताकर मजदूरों के नाम से राशि निकाल दी गई है।

जनपद प्रधान सुनीता कृष्णचंद पाटीदार ने इसकी लिखित शिकायत एसडीएम सोहन कनास से करते हुए मामले की जांच की उचित कारवाई की मांग की है। जानकारी के अनुसार बीते दो वर्षो में कुल 1600 पशु शेड जिनमें प्रत्येक की लागत 1 लाख 1 हजार रूपए है बनाए गए है। मनरेगा में निर्मित इन पशुशेडो की डीपीआर के अनुसार निर्माण कार्य में 60 प्रतिशत मजदूरी और 40 प्रतिशत सामग्री का भुगतान किया जाना है।

ग्राम पंचायत ढाबला, परसुलिया, मोडी, निपानिया, पटपडा और फरसपुरा सहीत करीब एक दर्जन से भी अधिक ग्राम पंचायतो में इस तरह की गड़बडिय़ां हैं। प्रशासन अगर इन ग्राम पंचायतों में दिए गए पशु शेडो का भौतिक सत्यापन मौके पर पहुचकर करे तो सारी सच्चाई सामने आ सकती है।

पौधा रोपण हुआ ही नही और भुगतान हो गया

पर्यावरण संरक्षण के लिए क्षैत्र की सभी ग्राम पंचायतो में बीते दो वर्षो की अवधि में बडे पैमाने पर पौधारोपण की योजना चलाई गई। और यह योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ गई। ये पौधे ज्यादा किमतो पर क्षैत्र की कण्ठालिया नर्सरी और पाटीदार नर्सरी से खरीदे गए। क्षैत्र की ग्राम पंचायतो में पौधा रोपण के लिए ठहराव प्रस्ताव नही किया उसके बाद भी अपने लाभ के लिए अधिकारीयो ने पौधारोपण करवाया।

एक पंचायत में 50 से लेकर 500 तक पौधो का रोपण किया गया। किन्तु उनमें से अधिकांश पौधो का रोपण केवल कागजो में ही कर दिया गया। क्षैत्र के ग्राम आमला में अधिकांश पौधो का कोई अस्तित्व ही नही है। जबकि क्षैत्र की ग्राम पंचायत परसुलियाकलां में पौधा रोपण में गडबडी का मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 15 फरवरी 2022 को पत्र क्रमांक 709 जारी करके तत्कालीन सरपंच, पंचायत सचिव तथा ग्राम रोजगार सहायक को नोटीस जारी किए थे।

सामुदायिक वृक्षारोपण कार्य के तहत 3 लाख 35 हजार रूपए की राशि स्वीकृत होकर मस्टर रोल पर कुल 1 लाख 82 हजार 983 रूपए व्यय की गई है। निरीक्षण के दौरान कार्य स्थल पर कार्य अनुसार पौधे भी नही पाए गए। यह मामला अधर में ही लटका हुआ है। इसके अलावा भी क्षैत्र की कई ग्राम पंचायतो में गडबडीया है। जो जांच का विषय है।

मनरेगा में गड़बड़ी की शिकायत की

जनपद पंचायत सुसनेर के तहत आने वाली ग्राम पंचायतो में मनरेगा के तहत कराए गए कार्यो में भारी गडबडीया है। पशु शेडो की जानकारी मांगने पर भी सम्बन्धित अधिकारीयो के द्वारा इसलिए नही दी जा रही है कि स्थल निरीक्षण में गडबडीया पकडी ना जा सके। इसकी लिखित शिकायत करके एसडीएम से मामले की जांच कर उचित कारवाई का अनुरोध किया गया है। -सुनीता कृष्णचंद पाटीदार, प्रधान जनपद पंचायत सुसनेर

Next Post

मेरे और मोदीजी के बीच कोई खटास नहीं - डॉ. तोगडिय़ा

Fri Mar 11 , 2022
हिन्दुओं के लिए काम करने वाला हर संगठन दिल का टुकड़ा बडऩगर (अजय राठौड़), अग्निपथ। मोदी जी और मेरे आपस में कैसे संबंध है यह हम दोनों जानते हैं। मेरे और उनके बीच कोई खटास नहीं है। यह बात अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने स्थानीय इन्द्रप्रस्थ […]
Badnagar praveen togadiya hindu parihad 11 03 22