महाकाल नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में बचा भोजन सडक़र मार रहा दुर्गंध

Mahakal khana waste

मुख्य प्रवेश द्वार पर 1 माह से अधिक समय से खुदी पड़ी नाली, कचरा वाहन नहीं आ पा रहा अंदर

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर के नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में भोजन के बाद प्रतिदिन बचा हुआ भोजन कचरा वाहन के अंदर नहीं आने के कारण सड़ रहा है। यहां तक कि भोजन को आने वाले श्रद्धालु भी इसके दुर्गंध से परेशान हैं। बताया जाता है कि इसके मुख्य प्रवेश द्वार पर टाटा कंपनी द्वारा विगत 1 माह पूर्व नाली खोदी गई थी। लेकिन उसको अभी तक बंद नहीं किया गया है। जिसके चलते कचरा वाहन अन्न क्षेत्र के अंदर तक नहीं आ पा रहा है और यहां पर प्रतिदिन एकत्रित किया गया बचा हुआ भोजन कंटेनर मे पडा सड़ रहा है।

टाटा कंपनी द्वारा अन्न क्षेत्र के मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर अंदर तक खुदाई का काम किया गया था, लेकिन इसको आधा अधूरा छोड़ दिया गया है। ऐसे में कचरा वाहन, एम्बुलेंस, महाकाल दर्शन वाहन सहित अन्य अधिकारियों के वाहन अंदर तक नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में कचरा वाहन के अंदर नहीं आने से यहां का कचरा कंटेनरों में पड़ा हुआ सड़ रहा है। अन्न क्षेत्र के पास जितने भी बड़े कंटेनर हैं, सभी बचे हुए भोजन से भरे पड़े हैं। एक माह से अधिक समय से इनके पड़े रहने के कारण अब यह बदबू मार रहे हैं। यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों का दुर्गंध के कारण काम करना मुश्किल हो रहा है।

मुंह पर कपड़ा बांधकर की जा रही परोसगारी

जानकारी में आया है कि सड़े हुए भोजन के लगभग 4 से 5 बड़े कंटेनर भरे पड़े हुए हैं और प्रतिदिन बचा हुआ भोजन निकल रहा है, जिसको डंप करने की सुविधा नहीं मिल पा रही है। क्योंकि कचरा वाहन अन्न क्षेत्र के अंदर तक नहीं आ पा रहा है। ऐसे में भोजन करने वाले श्रद्धालु और यहां पर सुबह से लेकर शाम तक कार्य करने वाले कर्मचारी उठ रही दुर्गंध से परेशान हो रहे हैं। यहां तक कि कर्मचारी मुंह पर कपड़ा बांधकर यहां कार्य करते हुए परोसगारी कर रहे हैं। भीषण गर्मी में वैसे भी फूड पॉयजनिंग की घटनाएं बढ़ जाती है।

प्रवेश करने में परेशानी

महाकाल नि:शुल्क अन्न क्षेत्र में सुबह 11 बजे से लेकर रात्रि 8 बजे तक आगंतुक श्रद्धालुओं को भोजन सेवा दी जाती है। इसके साथ ही भस्म आरती करके आने वाले श्रद्धालुओं को नाश्ता प्रदान किया जाता है। लेकिन बड़े मुख्य प्रवेश द्वार पर नाली खुदी होने से छोटे द्वार से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। लेकिन इस रास्ते पर भी मिट्टी के टीले उठे होने के कारण श्रद्धालुओं का आवागमन प्रभावित हो रहा है। लेकिन आश्चर्य की बात है कि अभी तक स्मार्ट सिटी ने कार्य अधूरा छोड़ कर ऐसा ही पटक रखा है, जिसको पूरा नहीं किया जा रहा है।

इनका कहना है

टाटा कंपनी द्वारा नाली का काम पूर्ण नहीं किए जाने के कारण परेशानी आ रही है। कचरा वाहन अंदर नहीं आ पा रहा है।

मिलिंद वैद्य, प्रभारी महाकाल नि:शुल्क अन्न क्षेत्र

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