हुनर कौशल प्राप्त कर ग्रामीण युवतियां बनेगी आत्मनिर्भर: व्यास

ग्रेसिम द्वारा स्वरोजगार के लिए 20 महिलाओं को सिलाई मशीनों का वितरण

नागदा जंक्शन। हुनर कौशल प्राप्त कर ग्रामीण युवतियॉ आत्मनिर्भर बन रही है । आज बदलते परिवेश म ें ग्रामीण युवतियों की स्थिति में भी परिवर्त न होना आवश्यक है। महिलाऐं चाहे तो ग्रेसिम द्वारा स्वरोजगार के लिए 20 महिलाओं को सिलाई मशीनों का वितरण वे अपना विकास शिक्षा एवं हुनर कौशल प्राप्त कर स्वयं कर सकती है । वह सही दिशा कठिन परिश्रम करने का दृण निश्चय कर ले। आत्मनिर्भरता व्यक्ति को सुद ृण एवं सशक्तिकरण की ओर ले जाती है और आत्मनिर्भरता हुनर कौशल प्राप्त कर रोजगार या स्वरोजगार प्रारंभ कर आय अर्ज न करने से आती है ।

इस दिशा में ग्रेसिम सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार क े हुनर कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने क े साथ ही सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करने का कार्य कर रहा है । इन प्रशिक्षणों में भाग लेकर बहनें आत्मनिर्भर बन कर समाज में अपना एक अलग स्थान प्राप्त कर रही है ।

उक्त विचार ग्रेसिम उद्योग के जनसंपर्क अधिकारी संजय व्यास ने ग्रेसिम सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण योजनांतर्गत कौशल विकास उन्नयन कार्यक्रम के तहत सफलता पूर्वक कटिंग ट ेलरिंग प्रशिक्षण प्राप्त 20 महिला प्रशिक्षणार्थीयों को जनभागीदारी से सिलाई मशीनवितरण कार्यक्रम में आदित्य बिडला बहुउद्देशिय केंद्र ग्राम बैरछा पर आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किये । कार्यक्रम में ग्रेसिम सीएसआर हेड सतीश भुवीर ने कहा कि ग्रेसिम उद्योग ईकाई प्रमुख के0 सुर ेश जी के नेत्रृत्व एवं उपाध्यक्ष सुधीर कुमार सिहं के मार्गदर्शन में ग्रेसिम उद्योग समुदाय के विकासके लिए सदा तत्पर है।

हमार े द्वारा विकास के अवसर सतत् आपके ग्राम तक लाऐ जा रहे है । इन अवसरों से लाभ कैसे प्राप्त करना है यह आपको तय करना होगा । औद्योगिक सामाजिक उत्तरदायित्व क े तहत् बिरला समुह द्वारा समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजिविका विकास, महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक विकास की दिशा में अपन े दायित्वों का निर्वाह अच्छे ढंग से किया जा रहा है तथा क्षेत्र के सामुदायिक विकास करने के उद्देश्य से गुणवत्ता शिक्षा, महिला स्वसहायता समूहों के गठन एवं कौशल विकास प्रशिक्षणों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, कृषि के क्षेत्र में वाडी विकास कार्यक्रम, पशुधन विकास कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम जैसी बडी परियोजनाओं को भी प्रारंभ किया जा चुका है।

कार्यक्रम में ग्रेसिम सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के अरविन्दसिंह सिकरवार ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अपना स्वरोजगार स्थापित करने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करते हुए आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में कटिंग टेलरिंग एवं असिस्टेट ब्युटी थेरेपिस्ट का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही ग्राम बैरछा, अलसी-कलसी, निपानिया, झांझाखेडी, बछोडा, बनवाडा, रजला, टुटियाखेडी, नागदा क्षेत्र की लगभग 70 युवतियॉ मौजूद थी। कार्यक्रम में विभाग के जीवन पोरवाल, हर्षवर्धनसिंह पंवार, राकेश शर्मा अनुदेशिका मीरापाल, निशा माथुर, आदि उपस्थित थे। संचालन ग्रेसिम सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग क े अरविन्दसिंह सिकरवार ने किया ।

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