तिलहन संघ, मंडी समिति के बीच समझौता, अब 25 को शेड खाली करेंगे

कृषि मंडी में किसान मेला मामला: दो दिन अवकाश की वजह से व्यापारियों को नहीं होगी परेशानी

उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी उज्जैन में देवास के एनजीओ के किसान मेले को लेकर अनाज तिलहन संघ और मंडी समिति के बीच चल रहे विवाद में समझौता हो गया है। व्यापारियों को अब 25 मई से शेड खाली करके देना होगा। इसमें भी दुकानदारों को कुछ हिस्सा तुलाई के लिए मिलेगा। यानी पूरा शेड खाली नहीं करना होगा। वहीं आधे से ज्यादा शेड में किसान मेला लगाया जाएगा।

मंडी समिति सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि व्यापारी और मेला आयोजक के साथ ही किसान संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें दुकानदारों को उनकी दुकान की तरफ का 15-15 फीट का शेड ट्रेक्टर ट्राली निकालने और तुलाई के लिए दिया जाएगा। बाकी शेड में मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा मेला आयोजकों से कहा गया है कि रात में मेला लगाने की तैयारी करें। ताकि व्यापारियों को फसल तुलाई और ट्रेक्टर ट्राली निकालने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

वहीं अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल ने बताया कि शेड के जिस तरफ दुकानें हैं वहां के व्यापारियों को 15-15 फीट की जगह शेड में देने पर समझौता हुआ है। अब 23 के स्थान पर 25 मई की सुबह शेड खाली किया जाएगा। 27 को शनिवार, 28 को रविवार का अवकाश होने से मंडी में कामकाज नहीं होगा। इसलिए व्यापारियों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी।

हम्माली की नई दर तय की जाए

मंडी अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल ने मंडी सचिव को पत्र लिखा है। इसमें मंडी मेेें 10 टन के तौल कांटे से तुलाई कराए जाने की व्यवस्था होने से हम्माली की नई दरें तय किए जाने की मांग की गई हैं। खंडेलवाल ने पत्र में लिखा है कि नई व्यवस्था के चलते कई काम बंद हो गए हैं। फिर भी उन्हें ह मालों को तुलाई के अन्य कार्यों का भुगतान करना पड़ रहा है। इसलिए नई दरें लागू की जानी चाहिए। मंडी में इस समय खंडेलवाल समर्थक ह माल ठेकेदार काम कर रहा है।

पांच सदस्यीय समिति नीलामी मामले में करेगी फैसला

मंडी में नीलामी के दौरान दो से ज्यादा फर्मो की बोली लगाने वालों का व्यापारियों में जोरदार विरोध हो रहा है। इसके चलते अनाज तिलहन संघ अध्यक्ष खंडेलवाल ने पांच व्यापारियों की समिति बनाई हैं। इसमें प्रत्येक फर्म के दो नामों की सूची बनाई जाएगी। यह सूची मंडी समिति और बोली लगाने वाले को दी जाएगी। ताकि वह दो ज्यादा फर्मों की नीलामी करने वालों पर निगाह रख सके।

संघ ने व्यापारियों से कहा है कि वे मंडी में काम कर रहे ह मालों का नाम प्रतिनिधि के रूप में न दें। मंडी समिति भी अभी तक सूची नहीं बना पाई हैं। जबकि एक सप्ताह में उसे सूची तैयार करनी थी।

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