आदेश में जिसे डीपीसी बनाया वह शख्स है ही नहीं
धार, अग्निपथ। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 31 अगस्त को प्रदेश स्तर से तबादले के आदेश जारी किए गए है। इस आदेश के तहत धार जिले के सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) का तबादला आदेश भी शामिल है। आदेश के तहत डीपीसी का तबादला बिड़वाल प्राचार्य के रूप में किया गया है।
इनके स्थान पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यलय में सहायक संचालक को प्रभारी डीपीसी बनाया गया है। लेकिन जिस नाम से आदेश जारी हुए है, उस नाम का अफसर जिले में है ही नहीं है। खास बात यह है कि आदेश में सरनेम गलत होने के बाद भी संबंधित ने डीपीसी का चार्ज ले लिया है।
शिक्षा विभाग के अपर सचिव ओएल मंडलोई के हस्ताक्षर से गुरुवार को जारी हुए आदेश के मुताबिक धार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय (डीईओ) में पदस्थ सहायक संचालक केशव शर्मा को जिले में डीपीसी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। जबकि डीपीसी दुलीचंद सेते को उमावि बिड़वाल प्राचार्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
इसके बाद शुक्रवार को डीईओ के सहायक संचालक केशव वर्मा ने प्रभारी डीपीसी के रूप में ज्वाइनिंग कर ली। दरअसल, आदेश में केशव शर्मा को डीपीसी का भी प्रभार सौंपा है लेकिन इस नाम का कोई भी व्यक्ति धार शिक्षा विभाग कार्यालय में नहीं है। इस ज्वाइनिंग के बाद विवाद खड़ा हो गया है।
सिविल सेवा नियमों के विपरित ज्वाइनिंग
जानकारों का कहना है कि आदेश केशव शर्मा के नाम पर हुआ है। जबकि डीईओ कार्यालय में पदस्थ केशव वर्मा थे। ऐसे में गलत नाम के आदेश जारी होने पर वर्मा का पदभार ग्रहण करने का मामला गर्मा गया है। अब गलत नाम के आदेश पर यदि पदभार ग्रहण होता है तो सिविल सेवा नियमों की भी अवहेलना है।
प्रशासनिक जानकार मानते है कि जब तक त्रुटी नहीं सुधरती है, तब तक पदभार ग्रहण नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद ताबड़तोड़ पदभार ग्रहण करना और अधिकारी की गैर मौजूदगी में चार्ज ले लेना भी हड़बड़ाहट को दर्शाता है।
इस मामले में डीपीसी दुलीचंद सेते का कहना है कि पदभार ग्रहण करने की जानकारी मुझे मिली है। मेरी मौजूदगी नहीं होने के कारण चार्ज नहीं दिया गया था। सोमवार को मैं स्थिति स्पष्ट कर बता पाऊंगा।
इधर सहायक संचालक केशव वर्मा से बात की तो उन्होंने इसे त्रुटिवश आदेश जारी होने की बात कही है।
आपके माध्यम से मुझे पता चला है ऐसा कोई आदेश हुआ है। यदि कोई गड़बड़ हुई है तो इसकी जांच करवा ली जाएगी।
– श्रृंगार श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ धार