छात्रों का साल न बिगड़े इसलिए शिक्षा विभाग की पहल पर बोर्ड ने दी अनुमति

धार, अग्निपथ। जिले के राजोद के 31 बच्चों का एक साल बिगडऩे से बच गया है। प्रशासन और शिक्षा विभाग के मामला संज्ञान में आने के बाद एमपी बोर्ड भोपाल को पत्र जारी कर जानकारी दी गई थी। मामला बच्चों के भविष्य से जुड़ा होने के कारण बोर्ड ने तत्काल संज्ञान लेते हुए परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी गई है। इस कारण कक्षा 12वीं के बच्चों ने मंगलवार को परीक्षा में सहभागिता की।

वहीं कक्षा 10वीं के भी छात्रों को प्रवेश देने की अनुमति दी गई है। हालांकि यह बच्चें नियमति की बजाय प्राइवेट विद्यार्थी के तौर पर परीक्षा में शामिल हुए है। दूसरी तरफ प्रशासन और शिक्षा विभाग ने संबंधित स्कूल संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी कर ली है। शिक्षा विभाग का कहना है कि स्कूल संचालक के खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई की जा रही है।

सरदारपुर के ग्राम राजोद में स्थित अर्चना विद्यापीठ के विद्यार्थी मंगलवार से शुरु हुई बोर्ड परीक्षा कक्षा 12वीं की परीक्षा में शामिल हुए। इसको लेकर एमपी बोर्ड भोपाल स्तर से अनुमति दी गई। जिला प्रशासन को बच्चों को परीक्षा में शामिल करने की सूचना मिलने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी मंगलवार सुबह सक्रिय हुए व विद्यार्थियों सहित उनके परिजनों को परीक्षा में बच्चों को शामिल करवाने की जानकारी दी। वहीं कक्षा 10वीं के भी बच्चों को प्रवेश की अनुमति मिल गई है।

यह है मामला

गौरतलब है कि ग्राम राजोद में अर्चना विद्यापीठ नाम से एक फर्जी तौर पर निजी स्कूल का संचालन किया जा रहा था। मान्यता नहीं होने के बाद भी स्कूल संचालन बच्चों को प्रवेश दिया गया। इस कारण जब परीक्षाओं का दौर शुरू हुआ तो बच्चों को प्रवेश पत्र ही नहीं मिल पाया। स्कूल की बोर्ड परीक्षा को लेकर मान्यता वर्ष 2020 में ही समाप्त हो गई थी। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने कक्षा 10वीं व 12वीं कक्षा के लिए विधार्थियों का एडमिशन कर लिया। परीक्षा का समय आने पर बच्चों ने प्रवेश पत्र मांगा तो प्रबंधन ने परीक्षा वाले दिन ही देने की बात कही। पूरे साल पढाई करने के बाद सोमवार से 10वीं कक्षा की परीक्षा की शुरुआत हुई तो प्रबंधन ने प्रवेश पत्र नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद सोमवार सुबह करीब 4 घंटे तक परेशान विद्यार्थियों सहित पालकों ने चक्काजाम किया था। साथ ही स्कूल के बाहर भी खूब हंगामा हुआ था। कक्षा 10वीं के 31 व 12वीं के 44 विद्यार्थी इस स्कूल में पढाई कर रहे थे।

बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद दी परीक्षा

जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मण सिंह देवड़ा ने बताया कि निजी स्कूल का मामला संज्ञान में आने के बाद ही विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। साथ ही एक पत्र भी भोपाल भेजा था। इस मामले में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने रुचि दिखाई व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों से फोन पर चर्चा की। इन प्रयासों के बाद बोर्ड ने कक्षा 12वीं के छात्रों को परीक्षा में शामिल करने की अनुमति दी गई। इस पर मंगलवार सुबह ग्राम राजोद में ही स्थित शासकीय स्कूल में विद्यार्थियों को परीक्षा हॉल में एंट्री दी गई।

Next Post

अर्जुन के बाण : हरदा विस्फोट कांड में बेगुनाहों की मौत से फिर उपजे यक्ष प्रश्न

Tue Feb 6 , 2024
अर्जुन सिंह चंदेल बुधवार को मध्यप्रदेश के हरदा में मगरधा रोड पर स्थित एक फटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट से एक दर्जन से अधिक मौतों और सैकड़ों लोगों के झुलसने की खबर से पूरा देश गमगीन है। प्रदेश की राजधानी भोपाल से मात्र 150 किलोमीटर दूर स्थित हरदा में एक […]