गांव-गांव में हो रही कोरोना की जांच से हो रही मरीजों की पहचान
बदनावर,अग्निपथ। प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने कोरोना मरीजों की सुविधा के लिए अपनी ओर से 5 हजार रेपीड एंटीजेन टेस्ट किट स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई। जिससे कोरोना मरीजों की पहचान में आसानी हो रही है।
पहले कोरोना की जांच सामुदायिक स्वास्थय केंद्र पर ही होती थी। किंतु अब मंत्री द्वारा भेजी गई टेस्ट किट से गांव-गांव कोरोना की जांच हो रही है।
एसडीएम वीरेंद्र कटारे ने बताया कि गांव गांव टेस्ट केप लगाए जा रहे है। इससे भी कोरोना नियंत्रण में आया है। गांवों में कोरोना की जाँच होने से ग्रामीणों में भी भय नही रहता और वे लक्षण महसूस होने पर तत्काल अपनी जांच करवा लेते है। इससे प्रारंभिक तौर पर ही कोरोना मरीज की पहचान हो जाने से इलाज शुरू हो जाता है व संबंधित व्यक्ति व उसके परिचित सतर्क हो जाते है।
कटारे ने बताया कि गांवों में ही जाँच के पश्चात जो व्यक्ति पॉजीटिव निकल रहे उन्हें दवाई गोलियां उपलब्ध करा देते है। गांव-गांव टेस्ट शिविर लगने से कोरोना मरीजों की पहचान आसानी से हो जाती है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन क्षेत्र के अलग-अलग गांव में मेडिकल टीम जाकर गांव के लोगों का रैपिड एंटीजन जांच कर रही है।
इस सबंध में मंत्री दत्तीगांव ने बताया कि 5 हजार रेपीड किट मुहैया कराई गई है। जरूरत लगने पर ओर किट बुलवाई जाएगी। हमारा उदेश्य है कि कोरोना को कैसे भी पूरी तरह से समाप्त करना है। दत्तीगांव ने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे है। हमने तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां भी शुरू कर दी है। उन्होंने नागरिकों से लक्षण महसूस होने पर तत्काल जांच करवाने की भी अपील
की है।