सार्वजनिक स्थानों पर बहा रहे खतरनाक रसायन

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से खुली पोल

नागदा जं., अग्निपथ। शनिवार को खतरनाक रसायन से भरे एक टैंकर को किसी स्थान पर खाली करने का वीडियो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। टैंकर क्रमांक एमपी-09-एचजी-1406 से किसी रसायन को एक स्थान पर बहाया जा रहा था।

मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल करने वाले व्यक्ति ने बताया है कि उक्त टैंकर नागदा के लैंक्सेस उद्योग से हायड्रोक्लोरिक एसीड भरकर निकला था, जिसे उचित निपटान हेतु जाना था लेकिन धनलिप्सा में लिप्त ट्रांसपोर्टर ने इंसानी जिंदगियों से खिलवाड़ करते हुए इसे रहवासी क्षेत्र में ही बहा दिया। ऐसे कितने ही टैंकर प्रतिदिन नागदा एवं आसपास के क्षेत्रों में प्रतिदिन बहाये जा रहे हैं तथा जल एवं भूमि को प्रदूषित किए जाने का खेल खेला जा रहा है।

इस पुरे गोरखधंधे में नागदा के कई ट्रांसपोर्टर शामिल है। लेकिन आज तक ऐसे किसी भी ट्रांसपोर्टर एवं उद्योग पर कार्रवाई का साहस प्रशासन नहीं दिखा पाया है। प्रशासन की बेरूखी एवं स्थानीय नेताओं की शह पर यह गौरखधंधा वर्षों से चल रहा है तथा कई ट्रांसपोर्टर वारे-न्यारे होकर करेाड़ों में खेल रहे है।

मामले में सूत्रों का कहना है कि राऊ से पीथमपुर एक सेक्टर के लिए जाने वाले रास्ते पर एसटीआई गेट के सामने ईश्वर हाइजेनिक फिनायल फैक्ट्री कीर्ति जैन के यहां खुलेआम एसिड ढोला जा रहा है। एसिड माफिया गोल्डन केमिकल के टैंकर क्रमाक एमपी-09-एचजी-1406 सात तारीख से भरा हुआ गोल्डन केमिकल परिसर में खड़ा हुआ था लेकिन इस टैंकर की जीपीएस लोकेशन नरसिंह पुर मध्यप्रदेश की दर्शा रहा है, लेकिन यह टैंकर पीथमपुर में एसिड ढोलते हुए पाया गया।

जहॉं यह केमिकल बहाया जा रहा था उस कंपनी के पास एसिड ढोलने या स्टोर करने की कोई परमिशन नहीं है कई बार इसे बंद करने के नोटिस भी दिये जा चुके है। वहीं एसिड माफिया गोल्डन केमिकल के पास भी एसिड स्टोर करने का कोई लायसेंस नहीं है। कागजों में जीपीएस में यह टैंकर नरसिंहपुर में दिख रहा है लेकिन टैंकर से एसिड ढोलने की घटना को अंजाम देकर उद्योग की आंखों में धूल झोक रहा है।

लैंक्सेस उद्योग से निकलता है खतरनाक रसायन

गौरतलब है कि शहर में संचालित लैंक्सेस उद्योग से कई प्रकार के खतरनाक रसायनों को जो कि उद्योग का अपशिष्ट है निपटान हेतु हजारों रूपये प्रति टन के माध्यम से दिया जाता है। नियमानुसार उक्त खतरनाक रसायन को उन कंपनियों को ही दिया जा सकता है जिन्हें इसको खपाने की अनुमति है।

लैंक्सेस के अधिकारियों की मिलीभगत से इस खतरनाक एसिड को यहॉं-वहॉ ही बहाया जा रहा है। जिसमें स्थानीय ट्रांसपोर्टर भी शामिल है। ऐसे में क्षेत्र की हजारों बीघा जमीन अभी तक बंजर हो चुकी है तथा भूमिगत एवं पेयजल स्त्रोत प्रदूषित हो चुके है।

आरटीओ में गोल्डन केमिकल के नाम पर दर्ज है टैंकर

मध्यप्रदेश शासन ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ईसेवा में उक्त टैंकर जिसका क्रमांक एमपी-09-एचजी-1406 है गोल्डन केमिकल ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर पंजीकृत है तथा वर्ष 2010 में खरीदा जाना दर्ज है। अधिकृत वेबसाइट पर टैंकर का बीमा भी वर्ष 2011 में ही खत्म होना दर्ज है।

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