दो विद्यालयों के स्टाफ सहित छात्र-छात्राएं ट्रेचिंग ग्राउंड की गंदगी से परेशान

thandla trenching ground

शिकायत के बाद भी नहीं निकाला नगर परिषद ने समाधान

थांदला। नगर के ट्रेचिंग ग्राउण्ड से दो विद्यालय के बच्चे व स्टाफ परेशान है। लेकिन बीते कई वर्षों से इस समस्या का कोई स्थायी हल नगर परिषद और प्रशासन नहीं निकाल पाया है। थांदला पेटलावद मार्ग पर स्थित ग्राम मछलईमाता में नगर परिषद ने ट्रेचिंग ग्राउण्ड बना रखा है।

चारों तरफ से खुले ट्रेचिंग ग्राउण्ड का कचरा रोड व आसपास के खेत नवोदय विद्यालय की बाउण्ड्री वाल तथा माडल स्कूल पहुंच मार्ग पर बिखरा नजर आता है। शासन के दो महत्वपूर्ण विद्यालय नवोदय व माडल स्कूल के बच्चे व संस्थान में कार्यरत स्टाफ ट्रेचिंग ग्राउण्ड के कचरे व प्रदूषण की वजह परेशान होकर विभिन्न रोगों से ग्रसित हो रहे है।

नवोदय विद्यालय के कर्मचारियों का कहना है कि हम तो कोरोना के पहले से यहां पर मास्क लगाकर रह रहे हैं। दिन से ज्यादा राते प्रदूषित रहती हैं। जिस वजह से हम ठीक से सो नहीं पाते हंै। विद्यालय समिति द्वारा कलेक्टर को कई बार लिखित में शिकायतें दर्ज करवाई है। लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं मिल पाया है।

उल्लेखनीय है कि पदेन कलेक्टर नवेादय विद्यालय समिति के अध्यक्ष होते हैं। उसके बाद भी समस्या समाधान नहीं होने से लोग हताश हो चुके है। नवोदय के परीक्षा प्रभारी चौरसिया ने बताया कि विद्यालय परिसर को प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है। लेकिन ट्रेचिंग ग्राउण्ड से प्रतिदिन प्लास्टिक की थैलियां सैकड़ों की संख्या में उडक़र पूरे परिसर में तथा दीवारों पर चिपक जाता है। इसको रोकने का हमारे पास कोई प्रबंध नहीं है।

संस्था प्राचार्य नन्हेलाल झरिया का कहना है कि जब मीडिया में ट्रेचिंग ग्राउण्ड सबंधी समाचार प्रकाशित होते हैं। तब नगर परिषद के लोग आकर औपचारिकता पूरी करने के लिये थोड़ा बहुत काम करके चले जाते है।

फरवरी 21 में विद्यालय में आपदा प्रबधन समिति की बैठक में भी ट्रेचिंग ग्राउण्ड का मामला रखा गया था। जिसमें सीएमओ नगर परिषद भी उपस्थित थे किन्तु उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। ग्राम मछलईमाता के सरपंच व क्षेत्रीय विधायक वीरसिंह भूरिया भी इस समस्या के निदान के लिये उच्च स्तर पर पत्र लिख चुके हैं।

लेकिन प्रशासन इस समस्या का समाधान क्यों नहीं निकाल पा रहा है। यह बड़ा सवाल है। विद्यालयीन महिला कर्मचारी टे्रचिंग ग्राउड के आसपास के क्षेत्र मे प्रदूषण जांच की बात कहती है। बीते कई वर्षों से ट्रेचिंग ग्राउड की समस्या जस की तस बनी हुई है। वर्तमान परिषद के जिम्मेदार भी प्रतिवर्ष ग्राउंड देखने जाते हैं और औपचारिता पूरी कर चले आते हैं।

वर्तमान सीएमओ अशोक चौहान पेटलावद के रहने वाले हैं और प्रतिदिन इसी मार्ग से अपडाउन करते हंै और सडक़ों पर बिखरे कचरे और प्लास्टिक के बीच से होकर निकलते हंै। मार्ग से गुजरने वाले यात्री भी सडक़ों पर बिखरी रंग बिरंगी प्लास्टिक की पन्नियों को देखकर हतप्रभ रह जाते हैं।

इनका कहना

टे्रचिंग ग्राउण्ड पर बाउंड्रीवाल के लिये प्रस्ताव किया गया था। लेकिन ज्यादा लागत तथा राशि नहीं होने से लंबित है। प्लास्टिक पन्नी अलग करने की योजना बना रहे हैं। -पप्पू बारिया उपयंत्री नगर परिषद थंादला

ट्रेचिंग ग्राउण्ड के सबंध में रिकार्ड देखकर ही कुछ बता पाउंगी। अभी खाटला बैठक में व्यस्त हूं। -ज्योति परस्ते एसडीएम थांदला

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