विगत दिनों भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष अनिल जैन कालूहेड़ा ने अपना जन्मदिन वार्ड क्रमांक 35 (दक्षिण विधानसभा) क्षेत्र में मनाया। इसमें इतने बड़े वार्ड के हिसाब से संख्या नगण्य थी क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों ने भी इससे दूरी बनाकर रखी।
इस प्रायोजित कार्यक्रम का उद्देश्य क्या था इसे तो आयोजक-प्रायोजक जाने लेकिन क्षेत्र में यह चर्चा जरूर है कि कालूहेड़ा की वक्रदृष्टि काफी दिनों से उज्जैन दक्षिण क्षेत्र में गड़ी हुई है उत्तर में तो उनके गुरु का जब तक कब्जा है उनकी दाल गलने वाली नहीं और फिर वहां सोनू गेहलोत जैसे अन्य कई जमीनी सशक्त दावेदारों के सामने यह टिक नहीं पायेंगे।
जन्मदिन के बहाने यह दक्षिण में उनकी दावेदारी की शुरुआत है। जन्मदिन के बहाने उन्होंने दक्षिण विधानसभा में अपने पैर पसारना शुरू कर दिये हैं। कार्यक्रम में उनके साथ उत्तर निवासी एक घिसापिटा पार्टीद्रोही कलंकित चेहरा भी था। जो येनकेन प्रकारेण पद पाने के लिये लालायित है और दिन रात नेताओं के चक्कर लगा रहा है। वर्तमान में इसे कालूहेड़ा का ही सहारा नजर आ रहा है। वही इसके वर्तमान गुरु हैंं जिन्होंने कई सरकारी जमीनों पर प्लाट काट दिये हैं जिनके घोटालों की लंबी लिस्ट है। कलंकित शिष्य व घोटालेबाज गुरु की जोड़ी इन दिनों भाजपा में भी चर्चा का केंद्र है।