बडऩगर कालेज के प्रोफेसर कोरोना संक्रमित, हडक़ंप मचा

Badnagar college corona test 16122021

प्रोफेसरों सहित समूचे स्टॉफ की जांच की

बडऩगर, अग्निपथ। स्थानीय शासकीय पीजी कालेज के एक प्रोफेसर कोरोना पॉजीटिव पाये गये। इस खबर के बाद जहां कालेज में हडक़म्प मच गया। वहीं नगर में कोरोना के पैर पसारने को लेकर दिन भर चर्चा होती रही। यही नहीं इस खबर के बाद अफवाहों का दौर भी चलता रहा। जिसमें नगर के ही एक प्रोफेसर को कोरोना होने के बारे में लोग एक दूसरे से चर्चा में पूछताछ करते हूऐ देखे गये। हालांकि पुष्टी में यह बात सामने आई की प्रोफेसर जिनको कोरोना हुआ है वह नगर के नहीं होकर उज्जैन निवासी है जो बडऩगर कॉलेज में पढ़ाने के लिए आवागमन करते है।

उज्जैन से आवागमन करने वाले उक्त प्रोफेसर के कोरोना पॉजीटिव की पुष्टि पर प्रशासन सतर्क हुआ है जिसमें संक्रमण की पुष्टि को देखते हुए मेडिक़ल ऑफिसर डॉ. सुयष श्रीवास्तव ने गुरुवार को जांच दल को कॉलेज भेजकर प्राध्यापक, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों सहित सभी की आरटीपीसीआर जांच कराई है। जिसमें प्रभारी प्राचार्य प्रेमचंद त्रिवेदी भी शामिल है।

इस बारे में कालेज प्रशासन की ओर से भी प्रेसनोट जारी कर अवगत कराया है। जिसमें सभी को स्वस्थ बताया गया और कहा गया कि शासकीय चिकित्सालय ओर प्रशासन की पहल पर कॉलेज स्टाफ के प्रोफेसरों सहित 35 लोगो की आरटीपीसीआर जांच चिकित्सा दल के दिनेश परमार ने कॉलेज पहुंचकर की है।

4 दिसंबर को बडऩगर थे प्रोफेसर

सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमित प्रोफेसर 4 दिसम्बर को बडऩगर आए थे। जिन्हें 9 दिसम्बर को लक्षण दिखाई देने की बात कही जा रही है। बुधवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद माधव नगर अस्पताल उज्जैन में उपचार चल रहा है। इधर गुरुवार को सभी प्राध्यापको सहित कालेज स्टाफ के सभी लोगो की आरटीपीसीआर जांच हेतु लिऐ गये नमुने उज्जैन भेजे गये ह।ै

जिनकी जांच रिपोर्ट संभवत: शुक्रवार को आना है जिसके बाद ही पता चल पायेगा कि उक्त कोरोना संक्रमित प्रोफेसर के सम्पर्क में आने पर कालेज स्टाफ में से कोई संक्रमित हुआ है या नहीं। हालांकि बताया जा रहा है कि जांच नमूने के दौरान किसी को कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दिये है। एतिहातन जांच के नमूने लिऐ गये है।

Next Post

इंसाफ नहीं कर सकते तो जहर दे दो कलेक्टर साहब...

Thu Dec 16 , 2021
कलेक्ट्रेट का घेराव करते फूटा बंद चामुण्डा मिल के श्रमिकों व महिलाओं का गुस्सा देवास, अग्निपथ। शहर की चामुंडा स्टैंडर्ड मिल पिछले 9 वर्षो से बंद पड़ी हुई है। श्रमिकों के हक का पैसा दिये बगैर मिल बंद कर दी गयी। श्रमिकों के परिवार आर्थिक तंगी की मार झेलते हुए […]
Dewas Chamund mills pradarshan 16122021