विकासखंड शिक्षा अधिकारी को हटाने की मांग लेकर छात्रों ने दिया धरना

आरोप बीईओं भविष्य खराब करने की देते हैं धमकी

धार, अग्निपथ। जिले की सरदारपुर तहसील के आवासीय छात्रावास के विद्यार्थी खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को हटाने की मांग को लेकर लामबंद हो गए। मंगलवार सुबह 4 आवासीय छात्रावासों के करीब 250 से अधिक विद्यार्थी पिकअप वाहन से धार के त्रिमूर्ति चौराहे पर पहुंचे। जहां से छात्रों ने हॉस्टल में रखने वाली पेटी को सिर पर रखकर खंड शिक्षा अधिकारी को हटाने और हॉस्टल में सुविधाओं के अभाव को लेकर नारेबाजी करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।

छात्र यहां शिष्यावर्ती, भोजन में कटौती, बिस्तर, खेल साम्रगी सहित 12 सूत्रिय मांगो को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। कलेक्टर के कार्यालय पर नहीं होने से जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त सुप्रिया बिसेन छात्रों की समस्याएं सुनने पहुंची। सहायक आयुक्त के काफी समझाने के बाद भी छात्र नहीं मानें। काफी देर कलेक्टर नहीं पहुंचे तो छात्र कलेक्टर कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। मामला बढ़ता देख अपर कलेक्टर श्रृंगार श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और छात्रों की समस्याओं को सुनकर उनकी शिकायत के निराकरण का आश्वासन दिया। जिसके बाद छात्र ज्ञापन देकर सरदारपुर लौट गए।

दरअसल सरदारपुर के 4 आवासीय छात्रावासों के छात्रों ने सरदारपुर एसडीएम राहुल चौहान को एक ज्ञापन सौंपकर बीईओ को हटाने की मांग की थी। छात्रों की मांग को लेकर एसडीएम ने स्थानीय अधिकारियों की कमेटी बनाकर जांच करने की बात छात्रों से कही थी, जिससे नाराज छात्र पिकअप वाहन भरकर धार मुख्यालय पहुंचें। छात्रों का कहना था कि स्थानीय स्तर की जांच सें बीईओ पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। सब मिलीभगत से हो रहा है, जिला मुख्यालय से जांच की करवाने की बात पर छात्रों और प्रशासन में सहमति बनी।

भविष्य खराब करने की धमकी देते है बीईओं

सरदारपुर में जनजाति महाविद्यालय हॉस्टल, खेल परिसर हॉस्टल, उत्कृष्ट बालक हॉस्टल आदि में 250 से अधिक विद्यार्थी रहकर पढाई करते है। छात्रों का आरोप के है कि सरदारपुर आवसीय छात्रावास के बीईओ प्रमोद कुमार माथुर आए दिन बच्चों को परेशान करते हैं। कड़ाके की ठंड के बावजूद बीईओ खेल गतिविधियां करने का दबाव बनाते है। निरीक्षण के नाम बच्चों से गलत व्यवहार किया जाता है। माथुर द्वारा बच्चों के भविष्य को खराब करने की धमकियां दी जा रही है।

ये भी दिक्कतें

छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने बताया कि कड़ाके की ठंड में बिना रजाई के सोना पड़ता है। जब अधिकारियों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया तो शासन से रजाईयां नहीं आने की बातें कही जा रही है। छात्रवृत्ति की राशि भी 2 सालों से छात्रों के खाते में नहीं पहुंची।

पहले भी जांच चल रही है आज धार जांच दल पहुंचाया गया है। जांच चल रही है दोषियों पर कार्रवाई होंगी।
– सुप्रिया बिसेन सहायक आयुक्त धार

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