इंजीनियरिंग कॉलेज में सीएमएचओ-आरएमओ डटे रहे रातभर

उज्जैन, अग्निपथ। विधानसभा चुनाव तो निपट गया, लेकिन इसको संपन्न करवाने में स्वास्थ्य विभाग के जि मेदारों को भी कोई कम योगदान नहीं है। इंजीयरिंग कॉलेज में मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य को खराब होता देखकर सीएमओ और जिला अस्पताल के आरएमओ सहित उनकी टीम ने पूरी रात बैठकर व्यवस्था को संभाला। यहां तक कि बूथ पर सीएमओ खुद बैठकर मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य का जायजा लेते रहे।

लोकतंत्र के इस महाअभियान में स्वास्थ्य विभाग ने भी अपना अहम योगदान दिया है। 17 नवम्बर को चुनाव संपन्न हो जाने के बाद मतदानकर्मी अपनी ईवीएम, वोटर लिस्ट, पर्ची आदि लेकर जब इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे तो यहां पर काफी भीड़ वाला माहौल था। ऐसे में इन सब चीजों को जमा करवाने में मतदानकर्मियों को पसीना आ गया।

एक दिन पहले से लगी ड्यूटी के कारण पहले से वे थके हुए थे। उपर से दूसरे चुनाव वाले दिन भी सुबह से लेकर रात तक भागमदौड़ करते रहे। लिहाजा इनमें से आधा दर्जन से अधिक मतदानकर्मी बीमार हो गये। स्वास्थ्य विभाग ने इस दिन अपने तीन डॉक्टर्स डॉ. पंकज टांक, डॉ. लल्ला बर्डे और डॉ. नुपुर की ड्यूटी मय एम्बुलेंस के यहां पर लगा रखे थे।

सीएमएचओ-आरएमओ सुबह तक डटे रहे

इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थिति का जायजा लेने के लिये सीएमएचओ डॉ. दीपक पिप्पल शाम 4 बजे पहुंचे। यहां पर भीड़ की स्थिति को देखते हुए उन्होंने वहां पर ठहरना ही उचित समझा। इस दौरान जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. नीतराज गौड़, डॉ. एके सिंह, डॉ. नरेन्द्र गोमे, श्री चंद्रशेखर, राकेश मालवीय, राजेश यादव, मधुर तिवारी, अभय गौड़ भी पहुंच गये।

पूरी टीम के पहुंच जाने के बाद सीएमएचओ डॉ. पिप्पल ने हर दो कर्मचारी को बनाये गये सात बूथ उज्जैन उत्तर, दक्षिण, घट्टिया, तराना, महिदपुर, नागदा- खाचरौद के एनाउंसमेंट स्थल पर बैठा दिया। ताकि इमरजेंसी होने पर बीमार मतदानकर्मियों को तुरंत उपचार के लिये जिला और माधव नगर अस्पताल भिजवाया जा सके। सीएमएचओ सहित पूरी टीम सुबह 6 बजे तक इंजीनियरिंग कॉलेज में डटी रही।

दो डॉक्टर्स को और बुलाया

इंजीनियरिंग कॉलेज में 2 मतदानकर्मियों को मिर्गी आ गई। जिनका उपचार आरएमओ डॉ. गौड़ ने किया। वहीं दो मतदानकर्मियों को चोट भी आई थी, जिनका उपचार वहीं पर किया गया। इसी तरह बीपी बढऩे के कारण दो मतदानकर्मियों की तबीयत भी खराब हो गई थी, जिनका उपचार किया गया। एक मतदानकर्मी को जिला अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया। इस तरह से करीब आधा दर्जन के करीब मतदानकर्मियों का इलाज किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. पिप्पल ने दो डॉक्टर डॉ. नितिन भगनानी और डॉ. जहीर मंसूरी को भी इंजीनियरिंग कॉलेज बुला लिया था, ताकि स्थिति बिगडऩे पर मौके पर ही मतदानकर्मियों को इलाज किया जा सके।

रात्रि में भी खुले रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र

जानकारी के अनुसार सीएमएचओ डॉ. पिप्पल ने चुनाव से पूर्व ही 6 ब्लॉक की जि मेवारी डीएचओ सहित अन्य अधिकारियों को सौेंप दी थी। स्वयं सीएमएचओ डॉ. पिप्पल के पास चंपाखेड़ा ब्लाक का प्रभार था। जिले के इन ब्लाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को भी रातभर खुले रखने के आदेश दे रखे थे ताकि चुनाव सामग्री जमा करने आने वाले मतदानकर्मियों की रास्ते में तबीयत खराब होने पर उनका समय पर उपचार हो सके। सभी सामुदायिक केन्द्रों में इमरजेंसी दवाइयों को उपलब्ध कराया गया था।

ऐसे मौके पर कप्तान को ग्राउंड पर रहना चाहिये, ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। ड्यूटी कर आत्मसंतुष्टि मिली। -डॉ. दीपक पिप्पल, सीएमएचओ उज्जैन।

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