महाकाल मंदिर निर्माण कार्य के लिये उज्जैन आ रहे 8 युवक घायल

माकड़ोन में हुई बोलेरो-डंपर की भिड़ंत, 2 की हालत गंभीर

उज्जैन, अग्निपथ। राजस्थान से महाकाल मंदिर निर्माण कार्य के लिये उज्जैन आ रहे युवको की बोलेरो गुरूवार तडक़े 5 बजे डंपर से टकरा गई। दुर्घटना में बोलेरो सवार 8 युवक घायल हुए है। जिन्हे उपचार के लिये जिला अस्पताल लाया गया। 2 की हालत गंभीर होने पर इंदौर रैफर किया गया है।

जिला अस्पताल कोतवाली पुलिस चौकी ने बताया कि तडक़े 6 बजे माकडोन के पाट से तीन एम्बुलेंस में 8 लोगों को घायल हालत में जिला अस्पताल लाया गया। जिन्हे उपचार के लिये भर्ती किया गया। 2 की हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने इंदौर रैफर कर दिया। भर्ती किये गये 6 घायलों से जानकारी ली गई तो सामने आया कि उनके नाम प्रदीप, सीतराम, बाबूलाल, अंतरा, अजय, मुकेश, जितेन्द्र और माखन है। सभी राजस्थान के करोली के रहने वाले है।

महाकाल मंदिर निर्माण कार्य में लग रहे लाल पत्थरों को तराशने के लिये उज्जैन आ रहे थे। मंदिर में बाउंड्रीवाल का काम चल रहा है। जहां पत्थर लगाये जा रहे है। उन्हे तराशने का ठेका मिला था। अस्पताल पुलिस चौकी के अनुसार सभी घायलों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। दुर्घटनास्थल पाट चौकी माकडोन का है।

मामले की जांच संबंधित पुलिस द्वारा की जाएगी। बताया जा रहा है कि राजस्थान से सभी बोलोरे में सवार होकर बुधवार देर शाम निकले थे। रातभर का सफर करने के दौरान चालक का थकान और नींद की वजह से संतुलन बिगड़ा और डंपर से भिड़ंत हो गई।

कमरे का दरवाजा बंद कर युवक ने लगाई फांसी

उज्जैन, अग्निपथ। रात में कमरे का दरवाजा बंद करने के बाद युवक ने फांसी लगा ली। गुरूवार उसका शव फंदे पर लटका मिला। वहीं आटो चालक ने जहर खा लिया था। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। दोनों मामलों में चिमनगंज थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया है।

चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि गणेशनगर में रहने वाले हरिश पिता दिनेश चौहान (23) का शव फांसी के फंदे पर लटका होने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची थी। शव को परिजनों ने दरवाजा तोडक़र नीचे उतार लिया था। परिजनों से पूछताछ करने सामने आया कि हरिश की पत्नी मायके गई हुई है। रात में घर पर दादी और रोहित थे। माता-पिता भी रिश्तेदारी में गये हुए है।

रात को घर लौटने के बाद रोहित खाना खाकर कमरे में चला गया था। सुबह नहीं जागा तो दादी उसे उठाने पहुंची थी। दरवाजा बंद था, खिडक़ी से देखने पर फंदे पर लटका दिखाई दिया। पुलिस के अनुसार आत्महत्या का कारण सामने नहीं आया है। परिजनों के बयान दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी। मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है।

उपचार के दौरान चालक की हुई मौत

प्रेमनगर में रहने वाले विजय पिता प्रहलाद बैरागी (40) आटो चलाता था। बुधवार शाम घर पहुंचा और कमरे चला गया। उसकी तबीयत बिगड़ती देख परिजनों ने पूछताछ की तो जहर खाना बताया। उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान रात में उसकी मौत हो गई। गुरूवार सुबह पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि विजय ने शादी नहीं की थी। वह आटो चलता था, उसे कोई परेशानी नहीं थी, उसने जहर क्यों खाया इसका पता नहीं है।

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