लोगों में बढ़ती जागरुकता का परिणाम
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में भी अब लोगों में देहदान और नेत्रदान के प्रति जागरुकता बढ़ी है और इसकी उपयोगिता समझ में आने लगी है। पिछले एक सप्ताह में शहर में तीन देहदान हुए हैं जो एक रिकार्ड है। इसके पहले कभी एक सप्ताह में तीन देहदान नहीं हुए हैं।
पिछले एक सप्ताह में साईंधाम कॉलोनी निवासी 52 वर्षीय श्रीमती अलका चौहान, सिंधी कॉलोनी निवासी 74 वर्षीय प्रतापराय मोतियानी एवं संत नगर निवासी 81 वर्षीय राधेश्याम रावल का देवलोकगमन हुआ था। परिवार द्वारा मानव कल्याण की भावना के अंतर्गत उनकी अन्तिम इच्छा को सर्वोपरि मानकर देहदान किया गया। परिजनों ने मुस्कान ग्रुप के सहयोग से तीनों की देहदान की। इनकी देह मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द की गई है। मुस्कान ग्रुप का कहना है कि संभवत: यह उज्जैन के इतिहास में पहली बार है जब एक सप्ताह में 3 देहदान हुई। इन तीनों का पहले नेत्रदान भी किया गया।
मुस्कान ग्रुप ने अब तक करवाये 16 देहदान- 193 नेत्रदान
मुस्कान ग्रुप के सेवादार राजकुमार परसवानी, जेठानंद जयसिंघानी ने बताया कि मुस्कान ग्रुप के सेवादारों द्वारा समन्वय स्थापित कर नेत्रदान शंकरा आई इंस्टीट्यूट इन्दौर से अनिल गोरे द्वारा करवाया और देहदान आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में की गई। संस्था द्वारा अभी तक 193 नेत्रदान, 1 अंगदान, 16 देहदान एवं 73 देहदान संकल्प पत्र भरे जा चुके हैं।
जिसमें ग्रुप के राजकुमार परसवानी, जेठानंद जयसिंघानी, नरेन्द्र सबनानी, महेश चांदवानी, तरूण रोचवानी, किशनचन्द भाटिया, विशाल चंदनानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। राजकुमार परसवानी के अनुसार मुस्कान ग्रुप नेत्रदान, अंगदान और देहदान के लिए जागरूकता हेतु विगत 8 वर्षों से अपनी सेवाएं निरन्तर प्रदान कर अपनी विशिष्ट सेवाओं के लिए पहचान बना चुका है।
जिसमें सभी संस्थाओं और समाजजनों का सहयोग मिलता है। संस्था द्वारा रक्तदान, नेत्र परीक्षण शिविर से लेकर नि:शुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शंकरा आई इंस्टीट्यूट इन्दौर और गीता भवन न्यास बडऩगर के डॉ. ददरवाल, अध्यक्ष हरकिशन मेलवाणी एवं एमकेआई बैंक इन्दौर से नेत्रदान में उल्लेखनीय योगदान रहा है।
मौत के बाद भी दुनिया देखिए
मृत्यु उपरान्त भी अगर प्रकृति देखना है एक काम यह कर लेना बस नेत्रदान तुम कर देना की भावना के साथ मुस्कान ग्रुप उज्जैन 24 घंटे इस काम में लगा है। संस्था के मोबाईल नंबर 9893174748, 9827435354, 9827043704 पर संपर्क कर कोई भी इनसे अंगदान, नेत्रदान, देहदान आदि मुद्दों पर मदद ले सकता है।