आगर कलेक्टर की आईडी से खाचरौद लोकसेवा केंद्र मेें बना फर्जी प्रमाण पत्र

कलेक्टर के मोबाइल पर एसएमएस पहुंचने पर हुआ खुलासा, 2 लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज

उज्जैन, अग्निपथ। आगर जिला कलेक्टर की समग्र आईडी पर खाचरौद लोक सेवा केंद्र के कर्मचारियों ने रिटायर्ड फौजी का फर्जी मूल निवासी प्रमाण पत्र बना डाला। मामले का खुलासा आगर जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह के मोबाइल पर एसएमएस पहुंचने पर हुआ। जिसके बाद खाचरौद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दो लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया है।

गुरुवार को आगर जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह के मोबाइल पर समग्र आईडी का एक मैसेज आया था। जो की मूल निवासी प्रमाण-पत्र जारी होने के लिए आया था। सिंह के मोबाइल पर ओटीपी का मैसेज पहुंचा तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया। उन्होंने जानकारी जुटाई तो प्रमाण-पत्र के लिए खाचरौद तहसील से आवेदन होने की बात सामने आई।

कलेक्टर आगर ने इसकी जानकारी उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह को दी और उन्होंने एसडीएम साहू को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस पर खाचरौद पुलिस ने तहसील कार्यालय परिसर से एक स्टाम्प वेंडर के दो कर्मचारी, लोक सेवा केंद्र के एक कर्मचारी सहित एक ग्रामीण को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। देर रात पुलिस ने कृषि विस्तार अधिकारी संदीप करोड़े के प्रतिवेदन पर संदेही 2 लोगों पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।

खाचरौद थाना प्रभारी अमित सारस्वत ने बताया कि मामले में कृषि विस्तार अधिकारी के प्रतिवेदन पर लोक सेवा केंद्र के राहुल पाटीदार मड़ावदा और पवन पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच को जा रही है। इसमें आरोपी और भी बढ़ सकते हैं।

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