आदिवासी महिला से हैवानियत के आरोपी पुलिस की घेराबंदी में घायल

घटना के बाद दो किमी दूर मिले श्रमिकों से मिली मदद, पुलिस ने रात में ही बदमाशों को धरदबोचा

उज्जैन, अग्निपथ। आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। रात में पुलिस की घेराबंदी से बचने के प्रयास में आरोपी घायल हुए हैं। महिला से ज्यादती की घटना बुधवार देर रात की है। पुलिस ने गुरुवार शाम को आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

डिंडौरी जिले की रहने वाली आदिवासी महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया है। महिला ने डेढ़ किलोमीटर तक अर्द्धनग्न हालत में दौडक़र जान बचाई। पुलिस ने इस मामले में गुरुवार शाम दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से बचने के लिए भागने के दौरान आरोपियों के पैर में चोट भी आई है।

शुक्रवार को एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि आरोपियों को जंगल से गिरफ्तार किया है। घटनाक्रम के मुताबिक डिंडौरी जिले की रहने वाली 20 वर्षीय महिला अपने पति के साथ काम की तलाश में इंदौर में आई थी। उनके किसी परिचित ने काम के लिए उन्हें बुलाया था। इसी बीच उनका मोबाइल गुम हो गया और वे संबंधित से संपर्क नहीं कर पाये। काम की तलाश में वे ट्रेन से उज्जैन आ गये और उज्जैन पहुंचने पर दोनों ने कुछ लोगों से काम मांगा। वे इसी दौरान आगर रोड नाका चौराहा पर पहुंच गये।

यहां उन्हें बाइक सवार आरोपी रवि ने खेत पर काम करने का झांसा देकर ताजपुर ले गये। यहां खेत में बनी झोपड़ी की सफाई के काम में महिला को लगाकर उसके पति को सामान दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया। दोनों के जाते ही रवि का साथी इमरान वहां पहुंचा और महिला के साथ दुष्कर्म किया। इसी बीच रवि महिला के पति को उज्जैन छोडक़र वापस ताजपुर आया। उसने भी महिला के साथ रेप किया।

रात भर मदद के लिए भागती रही महिला

आरोपियों ने दुष्कर्म के बाद महिला को झोंपड़ी में ही बंद कर दिया। रात में महिला अर्धनग्न हालत में बमुश्किल दोनों के चंगुल से छूटकर मौके से भागी और करीब दो किमी दूर स्थित एक खदान पर काम कर रहे मजदूरों की शरण ली। मजदूरों ने उसकी मदद की और तुरंत पंवासा पुलिस को घटना की जानकारी दी।

पहले पति को तलाशा, फिर आरोपियों के लिए जाल बिछाया

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि पंवासा थाना पुलिस महिला की बात न हीं समझा पा रही थी तो चिमनगंज थाने के एक एएसआई दिनेश बरकड़े को बुलाकर उसकी मदद से पूरा मामला समझा। पुलिस ने पहले तो महिला के पति को तलाश और महिला का मेडिकल कराया। इसी बीच आरोपियों की धरपकड़ के लिए जाल बिछाया और श्रमिकों व कामगार मजदूरों से सुराग तलाशे गये।

सीसीटीवी कैमरे की मदद भी ली गई। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि महिला से जानकारी लेने के बाद रातभर पुलिस आरोपियों की तलाश करती रही। इस दौरान पुलिस ने करीब 19 लोगों को उठाया। मुख्य आरोपी के रूप में ताजपुर का रहने वाला इमरान और विराट नगर आगर रोड नाका पर रहने वाले रवि की पहचान हुई।

गुरुवार शाम पुलिस आरोपी को पकडऩे गई, तो दोनों ने जंगल में भागने की कोशिश की। इस दौरान दोनों के गिरने से पैर में चोट आ गई। दोनों आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें मेडिकल के लिए उज्जैन जिला अस्पताल ले जाया गया।

पुलिस के लिए चुनौती था आरोपियों तक पहुंच पाना

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि महिला की बोली समझना आसान नहीं था। इस कारण आरोपियों तक पहुंच पाना चुनौती था। करीब 12 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज देखे गए। इस दौरान एक जगह रवि दोनों को ले जाता दिखाई दिया। इसके बाद रवि और इमरान को गिरफ्तार किया गया। इधर, महिला की मदद पहले खदान में काम करने वाले लोगों ने की।

दूसरी ओर पुलिस ने भी महिला और उसके पति की हालत को देखते हुए उनकी मदद की। खाने-रहने का भी इंतजाम किया। साथ ही उनको आश्वासन दिया है कि अगर वे चाहें तो उन्हें रोजगार दिलाने में भी पुलिस मदद करेगी।

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