शहर के अधिकांश सडक़ों की स्ट्रीट लाइट बंद आपराधिक वारदातें और दुर्घटनाओं का अंदेशा

फ्रीगंज से अलखधाम,मुनी नगर दिनेश पेट्रोल पंप सहित नानाखेड़ा जाने वाली मुख्य सडक़ की स्ट्रीट लाइट बंद

उज्जैन, अग्निपथ। पिछले कई दिनों से शहर के कई मुख्य सडक़ों की स्ट्रीट लाइट बंद हंै। इस वजह से सडक़ों पर अंधेरा छाया हुआ है। कई कॉलोनी के भी यही हाल है। स्ट्रीट लाइट बंद होने की वजह से कॉलोनी की सडक़ों पर पूरी रात में अंधेरा पसरा रहता है। पूरे शहर में हजारों की संख्या में स्ट्रीट लाइट्स के प्वाइंट हैं। लेकिन रखरखाव नहीं होने से पिछले कई दिनों से फ्रीगंज से अलखधाम, मुनी नगर दिनेश पेट्रोल पंप सहित नानाखेड़ा जाने वाली मुख्य सडक़ की स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी है।

चामुंडा माता चौराहा, आगर रोड, नानाखेड़ा क्षेत्र सहित सांवेर रोड सिंधी कॉलोनी चौराहा, अलखधाम चौराहा, मुनि नगर चौराहा, दो तालाब चौराहा, दिनेश पेट्रोल पंप सहित कई इलाकों की स्ट्रीट लाइट बंद होने की वजह से रात में सडक़ों पर अंधेरा छाया रहता है। मुख्य सडक़ होने की वजह से इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन भी अधिक रहता है ऐसे में रात स्ट्रीट लाइट बंद होने की वजह से सडक़ पर अंधेरा पसरा हुआ है जिससे दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहा है।

भेरूगढ़, मंगलनाथ सहित अन्य इलाकों की सडक़ भी अंधेरे में डूबी

वहीं भेरूगढ़ से लेकरि मंगलनाथ और अंकपात क्षेत्र में भी कई जगह की स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हैं। इस वजह से रात में यहां अंधेरा पसरा रहता है। भेरूगढ़ से मंगलनाथ की तरफ जाने वाले मार्ग की अधिकांश स्ट्रीट लाइट पिछले कई दिनों से बंद पड़ी है। इस वजह से इस मार्ग की सडक़ शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाती हैं। ऐसे में कई आपराधिक वारदातें होने की आशंका बनी रहती हंै और रात में इस मार्ग पर अंधेरा होने की वजह से लोग यहां से निकलने में भी कतराते हैं।

अधिकतर क्षेत्रों की स्ट्रीट लाइट काफी दिनों से बंद पड़ी हैं। लोगों ने निगम के कॉल सेंटर पर स्ट्रीट लाइट चालू करने के लिए निवेदन किया हुआ है। निगम के पास स्ट्रीट लाइट की शिकायतें भी पहुंच रही हैं। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही स्ट्रीट लाइट को सुधारकर दुरुस्त करवाया जाएगा। नानाखेड़ा क्षेत्र की कई कॉलोनियों में भी अंधेरे की दिक्कत बनी हुई है।

स्ट्रीट लाइट के टेंडर नहीं होना भी वजह

पिछले दिनों हुई एमआईसी की बैठकों में कुल 287 प्रस्ताव पास किये गये थे। लेकिन इनमें से एक पर भी निगम के अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया। इनमें स्ट्रीट लाइट के रखरखाव का टेंडर होना भी शामिल था। लेकिन इसका अभी तक टेंडर नहीं हो पाया है, जिसके चलते शहर की सडक़ों पर अंधेरा पसरा हुआ है। गुरुवार को एमआईसी की बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, सदस्य शिवेन्द्र तिवारी सहित अन्य ने तीखी नोंकझोंक कर अधिकारियों को चेतावनी तक दे डाली थी।

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