नागदा जं., अग्निपथ। पाड़ल्या रोड को सीधे स्टेट हाईवे-17 से जोडने के लिए नगर पालिका द्वारा डेढ़ करोड की लागत से बनाई जाने वाली सीमेंट क्रांकीट सडक़ विवादों में घीर गई है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अशोक मालवीय ने मुनपा अधिकारी को की गई शिकायत में इस सडक़ के निर्माण को परिषद की अनुमति के बिना ही नपा के अधिकारियों द्वारा कॉलोनाईजरों सेे सांठगांठ कर बनाने के आरोप लगाया है। वहीं इस सडक़ को बनाने के लिए पक्ष एवं विपक्ष दोनों ही दलों के जनप्रतिनिधियों ने अपना जोर लगा रखा है। देखना है अब इस मार्ग का निर्माण हो पाता है या मामला खटाई में पडता है।
मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार पाड़ल्या रोड से सीधे स्टेट हाईवे-17 को जोडऩे हेतु नगर पालिका द्वारा एक नवीन सडक़ का निर्माण किया जा रहा था। नपा द्वारा 62 लाख रूपये की लागत से उक्त सडक़ का निर्माण किया जाना था तथा इतनी ही लगात की एक पुलिया भी यहॉं बनना थी। मार्ग के निर्माण होने से पाड़ल्या रोड क्षेत्र सीधे हाइवे से जुड़ जाता।
इस सडक़ के बनने से 10 कॉलोनी के लोगों को फायदा पहुॅचने वाला था। नगर पालिका द्वारा सडक़ निर्माण हेतु साइट लेवल करने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया था, लेकिन पूर्व नपाध्यक्ष मालवीय द्वारा मामले में आपत्ति दर्ज करवा देने से सडक़ निर्माण का कार्य वर्तमान में रोक दिया गया है। मालवीय ने मुनपा अधिकारी को पत्र लिखकर उक्त मार्ग निर्माण का प्रस्ताव परिषद में निरस्त होने की बात भी कही है। पूर्व नपाध्यक्ष की शिकायत के बाद मामले में अडचन आती हुई दिखाई दे रही है।
चार कृषकों ने दान में दी जमीन
गौरतलब है कि आर्य गार्डन से लेकर बायपास तक सडक़ निर्माण हेतु 4 किसानों ने अपनी जमीन दान में दी है। बायपास मार्ग पर उक्त जमीन की कीमत लाखों में बताई जाती है, बावजूद इसके किसानों ने शहर के विकास के लिए जमीन दान दी है। जिन कृषकों ने अपनी बेशकीमती जमीन को दान दिया है उनमें कन्हैयालाल चन्द्रवंशी, जीवनसिंह चन्द्रवंशी, मोहनलाल चंद्रवंशी, और अर्जुनसिंह चन्द्रवंशी ने लगभग 1500 फीट लम्बी और 8 मीटर चौड़ी सडक़ के लिए जमीन दान दी है। उक्त मार्ग को जोडऩे की मांग वर्षों से की जा रही है।
विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने समीक्षा बैठक के दौरान सडक़ के निर्माण को लेकर नपा अधिकारियों को निर्देश दिए थे। सांसद अनिल फिरोजिया के समक्ष भी सडक़ निर्माण की मांग उठने के बाद नपा ने इस दिशा में सक्रिय प्रयास किए थे।
सूत्रों का कहना है कि पूर्व नपाध्यक्ष मालवीय ने 28 मई को मुनपा अधिकारी के नाम प्रेषित पत्र में वार्ड क्रं. 16 बायपास मार्ग का कार्य रूकवाने हेतु परिषद संकल्प क्रं. 95 दिनांक 23 सितम्बर 2015 का हवाला देते हुए लिखा है कि पाडल्या रोड शीतला माता चौक से बायपास को मिलाने वाला मार्ग का निर्माण व खाल पर पुलिया निर्माण का कार्य करवाया जा रहा है।
मालवीय ने पत्र में कहा है कि नपा परिषद के सदस्यों द्वारा उक्त प्रस्ताव को खारिज किया जा चुका है। बावजूद इसके सडक़ का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त सडक़ कृषि की भूमि पर बनाई जा रही है, जिससे सडक़ के आस-पास के भूमि स्वामियों को फायदा पहुॅुंचेगा तथा भविष्य में उक्त भूमि को कॉलोनाईजरों द्वारा उंचे दामों पर बेचा जाएगा।
मालवीय ने निजी भूमि स्वामियों एवं नपा के अधिकारियों पर सांठगांठ के आरोप भी इस पत्र में लगाएं। उनका कहना है कि परिषद ने शहर के विकास के कई प्रस्ताव पास किए थे लेकिन अधिकारी उन पर कोई विचार नहीं कर रहे। निकाय के राजस्व को क्षति पहुॅंचाने एवं कॉलोनाईजरों से सांठगांठ के आरोप भी उन्होंने पत्र में लगाए हैं।