कंपनी की जमीन पर अतिक्रमण हटाने पहुंचा प्रशासनिक अमला औद्योगिक पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया

Dewas atikraman 11112021

देवास, अग्निपथ। शहर के बालगढ़ क्षेत्र में स्थित चामुंडा स्टैंडर्ड मिल की कंपनी की जमीन आगरा, ग्वालियर हाईवे कंपनी ने नीलामी में खरीद ली। जिसके बाद गुरुवार को प्रशासनिक अमला अतिक्रमण हटाने पहुंचा। जहां पर रहवासियों का विरोध का सामना भी प्रशासन को करना पड़ा।

रहवासियों ने आरोप लगाया कि हमें कल शाम को ही नोटिस दिया गया है और आज अतिक्रमण तोडऩे आ गए। हमारा सामान भी नहीं हटा पाए।भाजपा के निवृत्तमान पार्षद अर्जुन चौधरी भी मौके पर थे। उनकी पटवारी एवं अधिकारियों से तीखी नोक झोंक भी देखने को मिली।

अवैध कब्जे के साथ-साथ जमीन पर बने सार्वजनिक शौचालय को भी प्रशासन की बुलडोजर द्वारा ध्वस्त कर दिया गया, जिससे स्थानीय रहवासी भडक़ उठे। रहवासियों का कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा एक ओर स्वच्छता अभियान की अलख देशभर में चलाई जा रही है। वहीं प्रशासन अभियान की धज्जिया उड़ाते हुए शौचालय पर बुलडोजर चढ़ा रहा है। जिससे जिन रहवासियों के यहां शौचालय नही है उन्हें परेशानी का सामना करना पडेÞगा।

शासकीय शौचालय के अतिरिक्त इस क्षैत्र में शौच का अन्य कोई स्थान उपलब्ध नहीं है। तहसीलदार पूनम तोमर का कहना है कि न्यायालयीन आदेश के उपरांत कंपनी को जमीन का कब्जा दिलवाया गया है। उन्होंने कहा कि भूल से शौचालय को तोड़ा गया है। कंपनी द्वारा पुन: शौचालय का निर्माण किया जाएगा।

पूर्व भाजपा पार्षद की हुई तीखी नोकझोंक, औद्योगिक पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया

कार्यवाही के दौरान जमीन पर वर्षो से रह रहे परिवार प्रशासनिक अधिकारियों की मान मनोव्वल करते रहे कि उन्हे समय दिया जाये, जिससे की वे रहने के लिये अन्यत्र व्यवस्था कर, अपना सामान हटा लेंवे। उन्हें किसी प्रकार की सुचना ही नहीं दी गयी। इस दौरान औद्योगिक टी आई अनिल शर्मा के निर्देशन में जवानो द्वारा बेहरमी से बच्चों एवं महिला के साथ भी धक्कामुक्की की। एक छोटा बच्चा रोता, गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन पुलिस जवान उसे घेरकर धोंस दिखाते हुए मोटर साईकिल पर बैठाकर ले गये। उक्त कार्यवाही करीबन 4 घंटे से अधिक समय तक चली।

Next Post

पूर्वांचलवासियों ने चंबल तट पर उगते सूर्य को अघ्र्य देकर पूरा किया छठ पूजन का व्रत

Thu Nov 11 , 2021
नागदा जं., अग्निपथ। छठ पर्व पर गुरुवार की अलसुबह से ही व्रत करने वाली उपासक महिलाओं ने कडाके की ठंड के बीच चम्बल तट पर बने घाट पर उगते सूर्य को जल चढ़ाकर पूजा अर्चना की। पूजन होते ही 36 घंटे तक चला निर्जल व्रत और छट महापर्व की समाप्ति […]